बेंगलूरु, 16 नवंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने क्वान्टम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटीएम) के साथ एक संयुक्त विकास करार (जेडीए) पर हस्ताक्षर किया। यह जेडीए क्वान्टम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बीईएल और आईआईटीएम की पूरक शक्तियों और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किया गया है।
आईआईटी – मद्रास के बारे में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटीएम) को देश और विदेश दोनों में तकनीकी शिक्षा, मूलभूत व व्यावहारिक अनुसंधान, नवोन्मेष, उद्यमिता और औद्योगिक परामर्श में उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय ख्याति के संकाय सदस्य, अत्यधिक अभिप्रेरित और प्रतिभावान विद्यार्थियों, उत्कृष्ट तकनीकी और सहायक स्टाफ और प्रभावी प्रशासन, सभी ने आईआईटी मद्रास की इस ख्यातलब्ध दर्जे को स्थापित करने में अपना योगदान दिया है। इस संस्थान को भारत के अव्वल दर्जे की इंजीनियरी विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त है। हाल ही में, आईआईटी मद्रास को प्रतिष्ठित संस्थान का दर्जा दिया गया है।
बीईएल के बारे में
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैर-रक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।
रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बी-रोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैर-रक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है।
इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसाइल, मानव-रहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।