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बीईएल द्वारा BEL प्रापण कार्य के लिए आपूर्ति करने में शामिल होने से संबंधित स्टार्ट अप को बढ़ावा देने हेतु पंजीकरण के लिए पात्रता मानदंडों को निम्न प्रकार शिथिल किया गया है।
स्टार्ट अप वह कंपनी है जो पाँच वर्षों से कम समय से चल रही है जिसका विक्रय राजस्व 25 करोड़ से अधिक नहीं रहा है।
नवोन्मेषण के साथ-साथ, ऐसे स्टार्ट अप से विकास, परिनियोजन अथवा नए उत्पादों प्रक्रियाओं अथवा प्रौद्योगिकी चलित सेवाओं या बौद्धिक सम्पत्ति का वाणिज्यीकरण कार्य भी अपेक्षित है।
बीईएल ने निम्नलिखित क्षेत्रों की पहचान की है जिन्हें स्टार्ट अप से खरीदा जा सकता है –
बीईएल द्वारा स्टार्ट अप तथा मेक इन इंडिया अभियान कार्यक्रमों के लिए संपर्क (नोडल) व्यक्तियों के तौर पर कारपोरेट ऑफिस और प्रत्येक उत्पादन यूनिटों से अधिकारियों को नामित किया गया है।
परीक्षण सुविधाओं की सूची जो निजी पर्टियों को सामग्री उप प्रणालियों/उपस्करों के परीक्षण हेतु उपलब्ध कराई जा सकती है, ((संलग्नक क)) तथा इस गतिविधि में सहायता देने हेतु नोडल अधिकारयों की सूची (संलग्नक ख)के अनुसार है।
2. परीक्षण-सुविधाओं के उपयोग हेतु निजी पार्टियों का पंजीकरण :
कंपनी की अनुमोदित विक्रेता निर्देशका (AVD) में पहले से पंजीकृत निजी पार्टी प्रक्रिया के अनुसार सीधे परीक्षण सुविधाओं का उपयोग कर सकती है। नई निजी पार्टी को प्रत्यय पत्र/ ट्रेक रिकार्ड के अंतर्गत निम्न दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
सत्यापन कार्य कंपनी द्वारा किया जाएगा
3. किसी निजी पार्टी द्वारा परीक्षण सुविधाओं का उपयोग करने संबंधी प्रक्रिया :
4. सामान्य निबन्धन एवं शर्तें :
बीईएल द्वारा एचएएल और बीईएमएल, बेंगलूरु के सहयोग से दिनांक 06 जनवरी, 2017 को बीईएल आफिसर्स कल्ब, जालहल्ली में एक दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम का उद्देश्य रक्षा पीएसयू और स्टार्टअप को पारस्परिक क्षमताओं के प्रदर्शन, सुपथ और अवसरों के संबंध में जागरूकता पैदा करने के लिए एक मंच प्रदान करना था तथा अभिकल्पों, विकास तथा सेवाओं के अन्य क्षेत्रों के भागीदारी के क्षेत्रों की पहचान करने में सहयोग प्रदान करने हेतु एक दूसरे के साथ बातचीत की सुविधा प्रदान करना था ।
इस संगोष्ठी में आत्मनिर्भरता और स्वेदशीकरण को प्राप्त करने की दिशा में आयातों को कम करने के लिए लघु, न्यूनतम लागत वाली सैन्य श्रेणी के नवोन्मेष डीपीएसयू, बीईएल और एचएएल द्वारा उत्सुकता से भारतीय स्टार्टअप की खोज के तथ्य पर बल दिया गया। डीपीएसयू को ऐसे सुझावों की आवश्यकता हैं जो कि जल्द ही रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स या एयरोस्पेस में स्टार्टअप पर व्यावहारिक सैन्य उपकरणों के लिए कार्यरत हो सके तथा गुणवत्ता और विश्वसनीयता के मानकों पर बने रहने हेतु लगातार अद्यतन करते रहें। बीईएमएल ने इस बिंदु पर चर्चा की कि उनके यहां यद्यपि ट्रकों के वजन को कम करने के लिए भी स्टार्टअप को अवसर प्राप्त है ताकि वे और अधिक उपकरण या उनके मदद से टायर की बेहतर स्थिति बना सके ।
भारत के अनेक क्षेत्रों से स्टार्ट अप कंपनियों के अलावा आई.टी.विभाग, बीटी एण्ड एस एण्ड टी, कर्नाटक राज्य सरकार, एनक्युबेशन सेल्स, विद्या संबंधी, औद्योगिक संगठनों के सदस्य जैसे नासकॉम, आई.ई.एस.ए, ई.एल.सी.आई.एन.ए एवं बी.ई.एल., एच.ए.एल. और बी.ई.एम.एल के अधिकारी भी उपस्थित हुए। प्रस्तुतीकरण में स्टार्ट अप के लिए कर्नाटक सरकार के विभिन्न नीतियां, पंजीकरण प्रक्रिया, हित के क्षेत्र, कर्नाटक सरकार द्वारा निकदीकरण , आगे की कार्रवाई, आदि पर ज़ोर दिया।
भारत भर से 72 प्रतिभागियों ने लगभग 40 स्टार्टअप उद्यमों को प्रस्तुत किया तथा बीईएल, एचएएल और बीईएमएल के 60 अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया । संगोष्ठी के दौरान जिन स्टार्टअप ने अपनी प्रस्तुतिकरण दी उनमें थे- तंत्रज्ञान सोल्यूशन्स, सिंग्ल चिप इनोवेशन्स(पी) लि., क्रिऑन टेक्नालॉजिस, जुमी सोल्युशन्य(पी) लि., लेखा वायरलेस टेकनॉलाजिस, प्रोइन कंसलटेंसी, ओपन इनोवेशन नेटवर्क, असमिता वायरलेस टेकनॉलाजिस ऑफ बेंगलूर एवं ट्रिनिटी सिम्युलेशन्स(पूणे) तथा आर्जय इंटरनेशनल तथा एमईएल सिस्टम्स(चेन्नै) ।
उद्घाटन सत्र में श्री गौतमा एम वी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीईएल, डॉ. अजीत कलघट्गी , निदेशक (आर एंड डी), बीईएल, श्री मूरलीधरा आर एच, निदेशक (रक्षा), बीईएमएल तथा श्री ए सेल्वराज, म.प्र. (स्वदेशीकरण), एचएएल, बेंगलूर उपस्थत थे । उपर्युक्त गणमान्य व्यक्तियों ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और भारतीय औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में सरकार द्वारा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने पर किए जा रहे प्रयासों पर एक झलक दी । अकाडमिया से प्रस्तुतिकरण के भाग के रूप में प्रो. संपथ कुमार, सीईओ तथा सदस्य सचिव, सोना बिजनेस इंनक्यूबेशन सेंटर(एसबीआईटी), सोना कॉलेल ऑफ टेकनॉलाजी, सलेम, तमिलनाडु तथा एमएस रामय्या इंस्टिट्युट ऑफ टेकनॉलाजी, बेंगलूर के डॉ. लिंगराजु ने संबंधित इंस्टिट्युट के स्टार्टअप के संबंध में स्टार्टअप को बढ़ावा देने, प्रमुख क्षेत्रों , उद्योगों के लिए स्वदेशी अवसर, नेटवर्किंग तथा पारिस्थितिकी तंऋ का निमार्ण, बाह्यस्त्रोतण एवं विक्रेता विकास, नकदीकरण गतिविधियां आदि हेतु विभिन्न समर्थित उपायों को समाहित किया।
उद्घाटन सत्र के दौरान सभी प्रतिभागियों द्वारा सत्यनिष्टा शपथ भी ग्रहण कराया गया।