बेंगलूरु, 16 नवंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने संवितरित ध्वनिक संवेदन के क्षेत्र में सहयोग के लिए आईआईटीएम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस एमओयू का उद्देश्य संवितरित ध्वनिक संवेदन की तकनीक विकसित करने के लिए बीईएल और आईआईटीएम की पूरक शक्तियों और क्षमताओं को बढ़ाना है। इससे बीईएल और आईआईटीएम को परिधि सुरक्षा क्षेत्र में भविष्य के व्यवसाय की पहचान करने में भी मदद मिलेगी।
आईआईटीएम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन के बारे में
आईआईटीएम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन कंपनी अधिनियम 2013 के तहत पंजीकृत एक कंपनी है। प्रवर्तक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटीएम) द्वारा विज्ञान, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई धारा 8 कंपनी है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित हब, यह साइबर भौतिक प्रणाली के विज्ञान, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा।
बीईएल के बारे में
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैर-रक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।
रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बी-रोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैर-रक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है।
इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसाइल, मानव-रहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है