Home » सतर्कता
श्री नीलाभ्र सेनगुप्ता, आईआरएसएसई (1997 बैच) ने 2 दिसंबर, 2024 को प्रतिनियुक्ति पर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया।
उन्होंने वर्ष 1996 में जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता से इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार में बीई पूरा किया है। उन्होंने वर्ष 1998 में भारतीय रेल सिग्नल अभियंता सेवा में कार्यभार ग्रहण किया। सीवीओ बीईएल के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पहले, वे मेट्रो रेलवे कोलकाता में मुख्य सिग्नल और दूरसंचार अभियंता / परियोजना के पद पर कार्यरत थे। वे कोलकाता मेट्रो रेल निगम में निदेशक (रोलिंग स्टॉक और सिस्टम) का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे थे।
उन्होंने पूर्वी रेलवे, हावड़ा मंडल में एडीआरएम परिचालन के रूप में भी कार्य किया है। वे वर्ष 2014 से 2017 तक आरआईटीईएस और बेंगलूरु मेट्रो रेल निगम में प्रतिनियुक्ति पर भी थे।
उन्हें सिग्नल और दूरसंचार, रेल संचालन की संरक्षा, मेट्रो प्रौद्योगिकी, बजट, खरीद, सामान्य प्रशासन, कार्मिक प्रबंधन और आईटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत सरकार में 25 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव है।
सतर्कता का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रबंधन अपने विभिन्न प्रकार्यों से अधिकतम प्रतिफल प्राप्त करें। खरीद के क्षेत्र में, इसे प्रतिस्पर्धी दरों पर गुणतायुक्त उत्पाद प्राप्त करना सुनिश्चित करना है । बिक्री के क्षेत्र में, इसे कम से कम विक्रय लागत पर अपने उत्पादों के लिए अधिकतम प्राप्ति सुनिश्चित करना है । कार्मिकों के क्षेत्र में, इसे सर्वोत्तम प्रतिभाशाली व्यक्तियों की भर्ती करना और उनका मनोबल ऊंचा रखना सुनिश्चित करना है। इसी प्रकार, इसके किसी भी लेनदेन में, इसे सर्वोत्तम प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। निजी संगठनों में (अधिकांशतर वैयक्तिक संस्थान), व्यक्तियों के हित पूरी तरह से संगठन के लाभप्रद संचालन पर केंद्रित है जबकि सरकारी क्षेत्र के संगठनों में सतर्कता की स्थापना के बिना ऐसी संस्कृति को विकसित करना मुश्किल होता है। सतर्कता व्यवस्था होने से प्रबंधन को ऐसी कार्य संस्कृति को स्थापित करने में मदद मिलती है।
सतर्कता ऐसा प्रकार्य नहीं है जो बाहरी हो। इसे प्रबंधन के एक अनिवार्य भाग के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए। सतर्कता जागरूकता की ओर संकेत करती है। सतर्कता का उद्देश्य यह नहीं है कि अनियमितता होने का इंतजार किया जाए और इसके बाद इसके जांच-पड़ताल करने का प्रयास किया जाए । दंडात्मक सतर्कता से अधिक महत्वपूर्ण निवारणात्मक सतर्कता होती है। संक्षेप में, प्रबंधन को निवारणात्मक सतर्कता के उपायों में इच्छुक होना चाहिए। यदि निवारणात्मक सतर्कता की ओर पर्याप्त ध्यान दिया जाता है, तो सतर्कता के कई मामले पैदा ही नहीं होंगे।
सतर्कता विभाग यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि सरकार और कंपनी के नियमों और निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन सभी परिस्थितियों में किया जाता है और व्यक्तियों को प्रदान किए गए विवेकाधीन शक्तियों का प्रयोग न्यायसंगत रूप से किया जाता है, ताकि सभी आधिकारिक लेनदेनों में पारदर्शिता आ सके । सतर्कता विभाग कंपनी के भ्रष्टाचार-रोधी कार्यों का अग्रदूत होता है।
सतर्कता विभाग प्राथमिक रूप से निवारणात्मक और दंडात्मक भूमिका पर केंद्रित होता है। इसकी दूसरी भूमिका जासूसी/ निगरानी करना है। निवारणात्मक सतर्कता एक सक्रिय दृष्टिकोण है, जो भ्रष्टाचार-रोधी उपाय की जागरूकता और शिक्षा, नियमों और प्रक्रियाओं के सरलीकरण, व्यवस्थागत खामियों को दूर करने पर विचार करती है। दंडात्मक सतर्कता ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई से संबंधित है, जो भ्रष्ट गतिविधियों में संलिप्त हैं।
विभाग के प्रमुख कार्य प्रोफ़ाइल में शिकायतों की जांच-पड़ताल करना, निवारणात्मक सतर्कता जैसे औचक निरीक्षण, खरीद और ठेका फाइलों की नियमित छानबीन करना और सीटीई प्रकार के निरीक्षण कार्य करना आदि शामिल हैं।
बीईएल में सतर्कता विभाग कंपनी के कार्यकलापों के लगभग हर क्षेत्र में दूरगामी नीति परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है –
यह विभाग प्रौद्योगिकी का लाभ प्राप्त कर, मार्ग के अवरोधों / प्रणालियों/ प्रक्रियाओं में देरी को कम करने की दृष्टि से, प्रौद्योगिकी की मदद से सतर्कता प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है ताकि संगठन के कारोबार को संचालित करने में अधिक पारदर्शिता और तेजी आ सके । अपनी विभिन्न निवारणात्मक सतर्कता गतिविधियों के माध्यम से सतर्कता विभाग, भ्रष्टाचार की संभावना को कम करने के सभी प्रयास कर रहा है।
नोट : सतर्कता मैनुअल में दी गई कुछ सूचनाओं को सीवीसी, एमओडी, डीपीई, डीओपीटी, सीबीआई तथा अन्य नियंत्रण करने वाले मंत्रालयों और विभागों से प्राप्त दिशा-निर्देशों के आधार पर पुनरीक्षित, संशोधित व विलोपित किया जा सकता है । इन्हें इस मैनुअल के भावी संस्करण में शामिल किया जाएगा ।
अद्यतन सूचना के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट देखें ।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
पंजीकृत एवं कार्पोरेट कार्यालय
आउटर रिंग रोड, नागवारा
बेंगलूर – 560 045
फैक्स :080-25039217
ई-मेल : cvo[at]bel[dot]co[dot]in
वेबसाइट : www.bel-india.in