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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड

सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास

सहयोगात्मक अनु.एवं विकास के लिए प्राइवेट सेक्टर/अनु. एवं विकास संस्थाओं/

परामर्शदाताओं को पैनल में लेने हेतु विज्ञापन

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भारत की सर्वप्रथम रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी है। रक्षा मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न प्राइवेट सेक्टर है, इसकी अलग-अलग 9 यूनिटें देश भर में फैली हुई हैं तथा ये थलसेना संचार के विभिन्न् क्षेत्रों में 350 से अधिक उत्पादों का निर्माण करती हैं जैसे रडार, नौसेना प्रणालियाँ, सी41 प्रणालियाँ, शस्त्र प्रणालियाँ, होमलैंड सुरक्षा, टेलीकॉम व प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, टेंक इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स। बीईएल अपने प्रतिस्पर्धात्मक उत्पाद प्रौद्योगिकी की पोर्टफोलियो बनाए रखने और और नए उत्पादों और प्रौद्योगिकी के विकास तथा विद्यमान उत्पादों के उन्न्यन के लिए अनुसंधान एवं विकास के संसाधनों पर निवेश के लिए प्रतिबद्ध है। अनुसंधान एवं विकास पर बीईएल का खर्च दिन प्रतिदिन बढ रहा है और आज यह राजस्व का 9% है।

बीईएल के पास त्रिस्तरीय अनुसंधान व विकास संरचना है। केन्द्रीय वि.व अभि. प्रभाग तथा बेंगलूरू का उत्पाद व नवोन्मेष केन्द्र, एक समान मॉड्यूल्स तथा उप प्रणालियाँ विकसित करने में संलग्न हैं, जबकि विनिर्माण संयंत्रों में वि.व अभि. समूह उत्पाद विकसित करने में संलग्न हैं। इसके अतिरिक्त, बेंगलूरू तथा गाजियाबाद में दो केन्द्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाएँ (सीआरएल) संरक्षित संचार, रडार व सेंसर सिगनल प्रकार्य, अगली पीढ़ी नेटवर्क, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स तथा इलेक्ट्रोनिक वारफेयर और सी41 प्रणालियों के लिए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भावी अनुसंधान व विकास कार्य में लगी हैं।

बीईएल अपने अनुसंधान व विकास तथा उत्पाद अभिकल्प प्रयासों की, विशिष्ट रूप में सहयोगात्मक अनुसंधान व विकास के माध्यम से, पुन: संवर्धित करने की योजना बना रही है, इसके लिए इसकी अभि लाषा है कि कंपनियों, संस्थाओं, शैक्षिक संस्थाओं तथा विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ/परामर्शदाता के साथ अपनी संबद्धता में उल्लेखनीय वृद्धि करे। बीईएल को (एमएसएमई व स्टार्टअप्स समेत) कंपनियों तथा भारत तथा विदेशों के अनुसंधान व विकास संस्थानों (जिनमें एकडमिया, अनुसंधान संस्थाएं, अनु.एवं वि कास संस्थान तथा नीचे प्रोद्योगिकी के तहत काम कर रही कंपनियाँ शामिल हैं) तथा स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे अथवा अनु.व वि. संस्थाओं से जुड़े विशेषज्ञ/परामर्शदाताओं जिनके पास थलसेना संचार, रडार, सोनार, शस्त्र प्रणालियाँ, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, आरएफ व माइक्रोवेव कंपोनेंट्स व उपप्रणालियाँ, एमएसएमई एवं एनएसएमई तथा साफ्टवेयर (डीडीएस मिडल वेयर, 3डी टेरेन मैपिंग, गणितिक मॉडलिग) के क्षेत्र में सहयोगात्मक अनु.व विकास/कांट्रेक्ट अनुसंधान/उत्पाद व उप प्रणालियों के विकास कार्यक्रम के लिए उयुक्त विशेषज्ञता है, से अपेक्षा है कि वे इसके लिए अपनी रूचि प्रदर्शित करें।

उपर्युक्त विधाओं/क्षेत्रों की पहचान करने के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान व विकास के तरीके:

सहयोगात्मक अनुसंधान व विकास, समझौता ज्ञापन/ दीर्घावधि संबद्धता; विशिष्ट परियोजनाओं के लिए तकनीकी कंसलटेंसी; अभिकल्प वेटिंग; अभिकल्प की खरीद; परीक्षण, विशिष्टताएँ; विशिष्टीकृत इंजीनियरिंग सॉफ्टवेयर कोड्स; मॉडलिंग;‍ वार्षिक प्रतिधारणता आधार आदि पर आवंटन आधार/ दीर्घावधि आधार पर संयुक्त अनु. व विकास कार्य के रूप में हो सकता है

नियम व शर्तें:

  • व्यक्तिगत विशेषज्ञ/परामर्शदाता के लिए संबंधित क्षेत्र की योग्यताएँ, अनुभव का प्रदर्शन, स्वीकृत पेटेंट्स, छपे हुए दस्तावेज, प्राप्त पुरस्कार और कुछ पूरी की गई परियोजनाएँ आदि तथा
  • अनुसंधान व विकास संस्थाओं और कंपनियों के लिए संस्था का प्रकार, प्रचालन के वर्षों की संख्या, विद्यमान उपलब्ध कार्यबल विशेषज्ञ, छपे हुए दस्तावेज, स्वीकृत पेटेंट्स, लाइसेंस प्राप्त और वाणिज्यिक परियोजनाओं/प्रक्रियाओं की संख्या, संबंधित क्षेत्र में पूरी की गई परियोजनाओं की कुल संख्या।
  • पैनलीकरण से पहले बीईएल पुन: किसी भी जानकारी या विवरण की मांग कर सकती है।

इच्छुक कंपनियाँ, अनु.व विकास संस्थाओं/व्यक्तिगत परामर्शदाताओं से अनुरोध है कि वे “अनुसंधान व वि कास संस्था पैनलीकरण के लिए अनुक्रिया फार्मेट” (ए-1)/ “अनुसंधान व विकास व्यक्तिगत परामर्शदाता पैनलीकरण के लिए अनुक्रिया फार्मेट” (ए-2) डाउनलोड कर लें और विधिवत भरा हुआ फार्मेट, अन्य अपेक्षित दस्तावेजों के साथ, ईमेल या डाक द्वारा निम्न पते पर प्रेषित कर दें।

महाप्रबंधक (प्रौद्योगिकी योजना)
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
पंजीकृत व कॉरपोरेट कार्यालय
आउटर रि ग रोड, नागवारा
बेंगलूरू – 560 045
ई मेल: cotp[at]bel[dot]co[dot]in

टिप्पणी : पहले से पैनलीकृत फर्मो/संस्थाओं/व्यक्तियों को आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।