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प्रेस विज्ञप्ति

श्री मनोज जैन ने बीईएल के निदेशक (आर एंड डी) का कार्यभार संभाला

Product category :प्रेस विज्ञप्ति

Date : सितम्बर 26, 2022


बेंगलूरु, 27 सितंबर, 2022 - श्री मनोज जैन ने 26 सितंबर, 2022 को नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के निदेशक (आर एंड डी) का कार्यभार संभाला। इस पदोन्नति से पहले वे बीईएल के बेंगलूरु कॉमप्लेक्स के इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एवं एवियोनिक्स एसबीयू के महाप्रबंधक थे। श्री मनोज जैन ने आरईसी जयपुर (एमएनआईटी) से स्वर्ण पदक के साथ बीई (इलेक्ट्रॉनिक्स) पूरा करने के बाद अगस्त 1991 में परिवीक्षाधीन इंजीनियर के पद पर बीईएल में कार्यग्रहण किया। तीन दशकों से अधिक के अनुकरणीय करियर में, उन्होंने अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बीईएल की कोटद्वार यूनिट में डी एंड ई में अपने प्रारंभिक वर्षों के दौरान, श्री मनोज जैन ने डिजिटल मल्टीप्लेक्सर्स, क्रॉस कनेक्ट्स, सीडीओटी एक्सचेंजों और सैन्य स्विचों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1999 में, उनका स्थानांतरण बीईएल की केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला, बेंगलूरु किया गया जहां उन्होंने रक्षा नेटवर्क और नेटवर्क व थोक सुरक्षा समाधानों के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास कार्य किया। बीईएल के प्रमुख व्यवसायों में से एक, रेडार के क्षेत्र में, वे वीईएक्सटी, स्कैन कन्वर्टर और एफपीजीए के उपयोग वाले डिस्प्ले के विकास में शामिल थे। श्री मनोज जैन ने दिसंबर 2017 से मई 2019 तक सभी तकनीकी क्षेत्रों में तकनीकी विकास की देखरेख करते हुए सीआरएल-बेंगलूरु के मुख्य वैज्ञानिक के रूप में अपनी सेवाएं दी। जून 2019 में उन्होंने बीईएल के उत्पाद विकास और नवाचार केंद्र (पीडी एंड आईसी) के महाप्रबंधक का पदभार संभाला। यहां उनके दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान, पीडी एंड आईसी ने बीईएल के लिए आवश्यक कई नए उत्पादों / उप-प्रणालियों को विकसित किया और इस प्रकार नवाचार और मूल्यवर्धन सुनिश्चित किया, जिससे आत्मनिर्भरता हासिल हुई। श्री मनोज जैन जून 2021 में बीईएल, बेंगलूरु के इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एंड एवियोनिक्स एसबीयू के महाप्रबंधक और प्रमुख बने। इस एसबीयू के सभी व्यावसायिक कार्यों की देखरेख के अलावा, उन्होंने इस व्यवसाय के लिए अत्यावश्यक दूरदृष्टि प्रदान की। श्री मनोज जैन को विभिन्न अनुसंधान एवं विकास पुरस्कार, प्रमुख योगदानकर्ता पुरस्कार, रक्षा मंत्री पुरस्कार और सोडेट के पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्होंने अनेक तकनीकी पत्र प्रकाशित किए हैं, कई पेटेंट का आवेदन किया है और रक्षा प्रयोगकर्ताओं और डीआरडीओ के लिए अनेक व्याख्यान दिए हैं।