Product category :टैंक व कवचित लड़ाकू वाहन इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली
डिजिटल अंतर संचार प्रणाली एक आधुनिकतम उपस्कर है जिसका विनिर्माण हथियार बंद लडाकू वाहनो के कर्मी दल के सदस्यो के बीच आंतरिक संचार के लिए किया गया है, इससे कर्मीदल-सदस्यों को एक ही समय में रेडियो सैट्स अभिगमन के वास्ते अंतराफलक सहायता उपलब्ध होती है । इससे कर्मीदल सदस्यों को दूसरे कर्मीदल सदस्यों के लिए सीरियल लिंक के माध्यम से डिजीटल डाटा फाइलें भेजने । प्राप्त करने मे भी सहायता प्राप्त होती है । दूसरे वाहनों के साथ रेडियो सैट्स पर डाटा संचार भी संभव है ।
मूल प्रणाली उपकरण है –
डिजिटल इंटरकॉम प्रणाली (DIS) के कार्य केन्द्रीय यूनिट (CU) से नियंत्रित होते है, जबकि समस्त कर्मीदल यूनिटें (CMU) अंतराफलक कार्य सुविधाएँ उपलब्ध कराती है । CMUs उपयोक्ता टर्मिनलों की तरह कार्य करती है तथा आवाज व डाटा कनक्शनों संबंधी सभी कार्य व अभिलक्षणों के माध्यम से आवेदक प्रचालक का चयन किया जाता है । आवेदक पक्ष CMU पर एक संकेत के द्वारा ‘काल’ प्राप्त करता है । आवेदित व्यक्ति कॉल को अस्वीकृत अथवा स्वीकार कर सकता है । यदि कॉल स्वीकार करली जाती है तो प्रणाली द्वारा पक्षों के बीच कनक्शन स्थापित किया जाता है तथा इन्हे इंटरकॉम कंफ्रेंस से अलग कर दिया जाती है । कॉल अस्वीकार किये जाने की स्थिति में कॉल करने वाले पक्ष को CMU पर एक लाल LED के द्वारा इसकी सूचना प्राप्त हो जाती है ।
रेडियो संचार (रेडियो का उपयोग)DIS प्रचालक रेडियो का इस्तेमाल आवाज एवं डाटा संचरण दोनो विधियो मे कर सकता है । DIS को एनलॉग / Tadiran HF एवं VHF रेडियो के डिजिटल रेडियो CNR रेडियो, R123 रेडियो, ANPRC रेडियो के साथ अंतराफलकित किया जा सकता है । रेडियो का चयन केवल अनुवीक्षण अथवा प्राप्त करने और परेषण के लिए किया जा सकता है । जब प्रचालक द्वारा रेडियो का चयन प्राप्त करने या परेषण विधि मे किया जाता है तो यह कंफ्रेंस विधि से असम्बद्ध हो जाता है और रेडियो के साथ जुड़ जाता है । रेडियो का चयन टैंक में अनेक प्रचालको द्वारा किया जा सकता है, परन्तु एक समय पर केवल एक प्रचालक ही परेषण कर सकता है । जो भी XMTR पुश बटन पहले दबाता है उसी की आवाज परेषित होती है ।
सामरिक संदेश (TMS)DIS प्रणाली के द्वारा समस्त प्रचालकों, चाहे वे वाहन के भीतर हो अथवा बाहर होकर डाटा परेषण करने मे सक्षम रेडियो का उपयोग कर रहे हो, को सभी प्रणाली के अंतर्गत कार्य रत प्रचालको के बीच सामरिक संदेश भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्राप्त होती है । प्रचालक 32 वर्णो तक का संदेश प्रविष्ट कर सकता है तथा कार्य क्रमित पतों की सूची से संदेश का गंतव्य चयन करके संदेश भेज सकता है ।
ऑकड़ा (डाटा) संचरण DIS केन्द्रीय यूनिट में पर्याप्त संचार प्रद्वार बने होते हे । कुछ का उपयोग बाहरी डिवाइसो के साथ सामान्य प्रयोजन के विषय में संचार के लिए किया जा सकता है जबकि कुछ डिजिटल रेडियो विषयक नियंत्रण कार्यो के लिए ही निर्धारित होते है । इसके साथ साथ प्रत्येक टर्मिनल यूनिट (CMU) मे एक अनुक्रमिक अतुल्यकालिक प्रद्वार समंजित होता है जिससे संचार प्रवाहो (Streams) को भेजा व प्राप्त किया जा सकता है प्रणाली द्वारा इन प्रद्वारो के बीच सूचनाएं आसानी से चलाई जा सकती है तथा प्रणाली मे यदि अंतर्निर्मित संचार प्रोटोकोल निर्वचक लगा हो तो इनका प्रक्रमण भी किया जा सकता है । उदाहरण के लिए यह स्थिति संबंधी सूचना GPS / ALNS से प्राप्त कर सकता है तथा इस सूचता को समस्त CMU डिस्प्ले प्रचालकों को मानव द्वारा पठनीय स्वरूप मे उपलब्ध करा सकता है ।
कर्मीदल सदस्य यूनिट CMU में दो मुख्य प्रक्रमक DSP और FPGA होते है । दोनो प्रक्रमकों द्वारा समग्र क्रिया कलाप विभक्त व निष्पादित किये जाते है । FPGA की पैड कमांड्स, अलार्म इनपुट, OLED डिस्प्ले की पैड डाटा, PGA का उपयोग तथा CU के साथ संचार द्वारा ध्वनि की मात्रा का नियंत्रण करता है । DSP मे MIC इनपुट और स्पीकर आउटपुटो का प्रक्रमण कार्य होता है ।
DSP और FPGA के बीच संचार EMIF अंतराफलक का उपयोग करके किया जाता है । DSP MIC डाटा पढ़ता है और इन्हे FPGA को भेजता है तथा FPGA से स्पीकर डाटा प्राप्त करके आवाज उत्पन्न करता है । FPGA समस्त सहायक तथ्य एवं MIC डाटा DSP से रीड (पठित) करता है । पठित समस्त डाटा एकत्र होकर एक पैकेट बनाते है और इसे CU को संचरित किया जाता है । इसी प्रकार से यह CU से पैकेट प्राप्त करता है तथा डाटा को विकोडित करता है तथा इसे संबद्ध परिधीय डिवाइस को प्रदान करता है । स्पीकर को प्रेषित किये जाने वाले डाटा DSP को EMIF के माध्यम से संचरित किये जाते है और DSP कोडक अनुभाग की देख रेख करता है ।
CMU में एक 16 पिन कनक्टर (योजक) होता है जिसमे आलार्म अथवा हैडसैट जोड़ा जाता है । इसमे बाहरी यूनिट से 8 अलार्म सिग्नल जोड़े जा सकते है । एनलॉग इनपुट की देख रेख के लिए इन अलार्म सिग्नलों को एक A/D संपरिवर्तक मे डाला जाता है ADC चिप एक SPI अंतराफलक के माध्यम से FPGA के साथ अंतराफलकित (जुडी) होती है ।
आवाज और डाटा की स्विचिंग व मार्ग की व्यवस्था व निष्पादन CU द्वारा किये जाते है । केन्द्रीय यूनिट को कर्मीदल सदस्यो की आधिकतम पाँच यूनिटों के साथ जोड़ा जा सकता है । प्रत्येक कर्मीदल सदस्य यूनिट को अधिकतम 2 हेलमेटों से अंतराफलकित किया जा सकता है । DIS के मूल अभिलक्षण है – कंफ्रेंस काल, व्यक्तिगत काल, रेडियो का उपयोग, सामरिक संदेश, आकड़ा संचरण, अलार्म सिग्नल अनुवीक्षण, अपातकालीन प्रसारण ।
कंफरेंस (इंटर कॉम विधि) DIS के द्वारा एक सामान्य (समस्त उपयोक्ताओं समेत) अथवा चुनिंदा उपयोक्ताओ की कंफ्रेंस कराई जा सकती है, जिसमें समस्त प्रचालको और संचार-साधनों को दूसरे भागीदारों को सुनने और उनसे वार्ता करने की सुविधा मिलती है । प्रणाली के शुरु होने पर एक सामान्य कंफ्रेंस जिसे intercom इंटरकॉम कहा जाता है, सक्रिय हो जाती है । समस्त प्रचालक एक दूसरे को सुन सकते है, यह प्रणाली का मूल कार्य है । जब कोई प्रचालक दूसरे प्रचालक के साथ व्याक्तिगत जुड़ाव का चयन करता है, तो वह अस्थाई रूप से इस कंफ्रेंस से अलग हो जाता है ।
चुनिंदा संबंधन (कनक्शन) समकक्षी से समकक्षी) DIS प्रचालक स्वतंत्र रूप से व्यक्तिगत कनक्शन स्थापित कर सकते हैं, इसका उदेश्य ऐसे वार्तालाप की व्यवस्था करना है जिसे अन्य कोई न सुन सके । ऐसा कनक्शन निम्न के द्वारा स्थापित किया जा सकता है ।
अलार्म सिग्नल अनुवीक्षण प्रत्येक CMU मे एक कनक्टर (संयोजक) लगा होता है जो अलार्म सिग्नल प्राप्त करता है । जब भी इस कनकटर के लिए कोई इनपुट भूमितल के साथ शार्ट होता है तो प्रणाली वाचन (speech) स्वरुप मे समस्त्र प्रचालकों के लिए चेतावनी संदेश स्वत: जारी करती है ।
अपातकालीन प्रसारण समस्त CMU चेस्ट स्विच की दो सक्रिय अवस्थाओं की खोज व विभेदन कर सकती है । इनमें से एक XMTR किसी चुनिंदा रेडियो पर, बलात् संचरण के लिए उपयोग किया जाता है, तो दूसरा RING समस्त लंबित कनक्शनो जिसमे कर्मी कार्यरत हो सकते हैं, को निरस्त करके, “प्रसारण” या समस्त प्रचालको के लिए, सामान्य कंफ्रेंस का मार्ग तैयार करता है । जब तक यह अवस्था चयनित रहती है, प्रणाली के तहत प्रत्येक व्यक्ति सभी को सुन सकता है और बात कर सकता है । यह प्रक्रिया केवल आपात स्थिति मे ही अपनाई जानी चाहिए