Product category :सी4आई प्रणालियाँ
ADC एंव RS (एयर डिफेंस (वायु रक्षा) नियंत्रण एंव रिपोर्टिंग प्रणाली) सामरिककमांड एवं नियंत्रण सेना एयर डिफेंस के लिए एक प्रणाली है। इसका मुख्य प्रयोजन है – उपलब्ध शस्त्रों का इष्टतम उपयोग करके, सुभेदय (सुभेद्य) स्थानों / बिन्दुओं से काफी दूरी से शत्रु पक्ष के आक्रमण की तीव्रता को कम करना । इससे प्रमुखतः सेना का जिम्मेदारी में आने वाले वायु क्षेत्र का भी नियंत्रण किया जाता है। जैसा कि एकाकी शस्त्र प्रणाली से महत्वपूर्ण परिसम्पतियों का असंख्य रूप से, मिलने वाली हवाई चुनौतियों से परिरक्षण पर्याप्त तरीके से नहीं किया जा सकता है, इसे देखते हुए सेना द्वारा अलग अलग एयर डिफेंस प्रणालियों की एकीकृत (समन्वित) फायरिंग सक्षमताओं के आधार पर,समाधान किया जाता है। ADC एवं RS सामरिक एयर डिफेंस के लिए कमांडरो को आवश्यक जानकारी एकत्र करने, मंडारण करने, प्रक्रमण करने, एकीकृत करने और प्रेषित करने के वास्ते स्वचालित साधनों को सपोर्ट करती हैं यह फायरिंग स्थल से लेकर सेना एयर डिफेंस नियंत्रण सुविधाओं के उच्चतम स्तर के बीच लिंकेज ( संबद्धता) उपलब्ध कराता हैं यह सेपूर्ण नेटवर्क में रीयल टाइम के भीतर स्पष्ट उच्च स्तरीय आवाज व आंकड़ों का आदान – प्रदान भी सुलभ कराता है और इस तरह सेना एयर डिफेंस युद्ध क्षेत्र की सक्षमता बढाता है तथा निम्न कार्य करता है।बल बहुगुणक
ADC एंव RS को निम्न 4 पदानुक्रमी स्तरों मे वर्गीकृतकिया गया है
शस्त्र एवं रडार: यह प्रथम स्तर है इसमें अग्नि नियंत्रण रडार , तोपें, ट्रैक्ड वाहन इत्यादि समेत शस्त्र शामिल हैं इसमें VHF और क्रमिक ओमनिवस के माध्यम से बिन्दु से बहु बिन्दु रीयल आँकड़ा संचार शामिल है।
कमांड चौकीः शस्त्रों पर सक्रिय नियंत्रण के लिए । ये VA/VP और दायित्व क्षेत्र (50 किमी.X 50 किमी. लगभग) से सीधे जुड़े होंगे।
प्रचालन केन्द्रः पदानुक्रम में अगले पायदान पर है और इस का दायित्व- क्षेत्र विस्तृत (100 किमी X 100 किमी ) होगा
प्रभागीय एयर डिफेंस केन्द्रः एक पूर्ण प्रभाग द्वारा AD युद्ध का समन्वय -संचालन इस केन्द्र द्वारा किया जाएगा। इसका दायित्व क्षेत्र (AOR) 200 किमी X 200 किमी है और यह TATRA 6X6 वाहन पर धारित होता है।
प्रणाली की विशिष्टताएं निमन प्रकार हे।