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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड

मानव संसाधन

मानव संसाधन की दूरदृष्टि

बीईएल को सक्षमता आधारित, ज्ञानार्जन-उन्मुख, कार्य-निष्पादन द्वारा चलित एक विश्व स्तरीय उद्यम बनाने में मानव संसाधन को एक रणनीतिक कारोबारी साझेदार बनना ।

मानव संसाधन का ध्येय

हम मानव संसाधन की दूरदृष्टि के प्रति वचनबद्ध हैं ताकि कर्मचारियों को संगठनात्मक उत्कृष्टता हासिल करने के लिए उनकी संभावनाओं को अधिकतम करने हेतु सक्षम और सशक्त बनाते हुए, बीईएल को काम करने का एक उत्कृष्ट स्थान बना सकें ।

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मानव संसाधन के उद्देश्य

मानव संसाधन नीतियों का कारोबार के साथ संरेखण

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सक्षमता आधारित पद्धतियाँ

संगठन के रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से, 9 सक्षमताओं का एक व्यवहारात्मक सक्षमता मॉडल विकसित किया गया है । इस सक्षमता मॉडल के आधार पर, कनिष्ठ से मध्यम स्तर के कार्यपालकों के लिए ऑनलाइन विकास केन्द्र (ओ.डी.सी.) शुरु किए गए हैं और इनके शुरु करने के बाद, अभिचिह्नित सक्षमताओं के लिए सक्षमता विकास कार्यशालाएँ (सीओडीई) चलाईं गईं ।

वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए सक्षमता आधारित 360° फीडबैक और ज्ञानार्जन विकास कार्यशालाएँ संचालित की जाती हैं । वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए विकास केन्द्र भी संचालित किए गए हैं । वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए मूल्यांकन केन्द्र भी तैयार किए जा रहे हैं ।

ज्ञानार्जन एवं विकास

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प्रौद्योगिक संगठन होने के नाते, ज्ञानार्जन संगठन तैयार करना अनिवार्य है ।

डीआईएटी / आईआईटी और विभिन्न प्रौद्योगिक संगठनों के सहयोग से प्रौद्योगिकी कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं । विभिन्न श्रेणी के कार्यपालकों के लिए एमडीआई / आईआईएम में प्रबंध विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । महाप्रबंधकों को एमडीआई / आईआईपीए जैसे अग्रणी संस्थानों के माध्यम से उन्नत प्रबंध कार्यक्रम (एएमपी) के लिए नामित किया जाता है ।

चेंज मैनेजमेंट (चैम्प), उद्यम जोखिम प्रबंधन, रणनीति निर्माण तथा प्रतिस्पर्धी आसूचना, संविदा प्रबंधन, महिला नेतृत्व विकास (दीपशिखा), लिंग जागरूकता तथा पोश अधिनियम (सम्मान), वित्त-इतर कार्यपालकों के लिए वित्त, बाह्य ज्ञानार्जन, मा.सं.-इतर कार्यपालकों के लिए मा.सं., बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), भावात्मक आसूचना आदि पर आवश्यकता आधारित प्रोग्राम संचालित किए जाते हैं । बीईएल के गुणता संस्थान (बीईक्यूआई) द्वारा गुणता संबंधी प्रोग्राम जैसे एएसक्यू प्रमाणीकरण, परियोजना प्रबंधन, सिक्स सिग्मा, लीन, 5एस, गुणता साधन, विश्वसनीयता एवं अनुरक्षणीयता, कारोबारी उत्कृष्टता आदि संचालित किए जाते हैं । गैर-कार्यपालकों के लिए विभिन्न विषयों पर कौशल उननयन एवं विकास कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं ।

मानव संसाधन की नीतियाँ

सक्षम मानव संसाधन को बनाए रखना सुनिश्चित करने और कंपनी के प्रति उच्च प्रतिबद्धता और संबद्धता विकसित करने के लिए बीईएल में मानव संसाधन की नीतियों को सावधानीपूर्वक बनाया जाता है । मानव संसाधन की नीतियाँ पर्यावरणीय परिवर्तन, कारोबारी ज़रूरतें, मंत्रालय के दिशा-निर्देश, अंतिम प्रयोक्ता की प्रतिपुष्टि, आवधिक समीक्षा, प्रबंधन के निर्णय आदि के आधार पर बनाई जाती हैं । इन नीतियों को कार्यालय आदेश / ज्ञापन / परिपत्र के रूप में जारी किया जाता है और सभी कर्मचारियों में परिचालन आसान बनाने के लिए इन्हें यथार्थ काल में कंपनी के इंट्रानेट में अपलोड किया जाता है ।

ऐसी अनेक नीतियों को प्रस्तुत किया गया है जिनके द्वारा हमारे कर्मचारियों में नवाचार, कार्यात्मक अभिवृत्ति और टीमभावना बढ़ती है । ऐसी पहल में पेशेवर लेखों का प्रस्तुतीकरण, डीआईएटी (पुणे) में एम.टेक प्रोग्राम के लिए अपने कार्यपालकों को प्रायोजित करना, आदि शामिल हैं । उपर्युक्त के अलावा, संगठन के प्रति कर्मचारियों की प्रतिबद्धता को बढ़ाने के लिए कर्मचारी कल्याण, मान्यता, पुरस्कार, प्रतिपूर्ति आदि जैसे अनेक उपायों की व्यवस्था अच्छी तरह की गई है ।

कार्य-निष्पादन प्रबंधन

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बीईएल की कार्य-निष्पादन प्रबंधन प्रणाली में मुख्य कार्य-निष्पादन क्षेत्र (केपीए) और व्यवहारात्मक सक्षमताएँ शामिल की जाती हैं और यह मूल्यांकिती और मूल्यांकनकर्ता के बीच एक स्वस्थ संचार की प्रक्रिया तैयार करने और उसे बनाए रखने पर केन्द्रित होता है । इसे अपेक्षाओं और लक्ष्य निर्धारण के संयुक्त भाजन द्वारा हासिल किया जाता है । कार्य-निष्पादन प्रबंध प्रणाली में रेटिंग, कार्य-निष्पादन संबंधी वेतन और संगठन में करियर विकास के बीच स्पष्ट संबंध को संस्थापित किया जाता है । कार्य-निष्पादन प्रबंध प्रणाली का दीर्घकालीन उद्देश्य संगठन में कार्य-निष्पादन उन्मुख संस्कृति को बढ़ाना और उसे बनाए रखना है ।

मानव संसाधन का भावी ध्यान-केन्द्रण

चालू कारोबारी परिदृश्य में, मानव संसाधन का कार्य निम्नलिखित के लिए तैयार रहेगा और ध्यान-केन्द्रित करेगा –