Product category :प्रेस विज्ञप्ति
Date : जुलाई 6, 2023
श्री कइगा वेंकट सुरेश कुमार ने 16 जून, 2023 को नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के निदेशक (विपणन) पद का कार्यभार ग्रहण किया। इससे पहले वे बेंगलूरु में स्थित बीईएल के उत्पाद विकास व नवोन्मेष केंद्र (पीडी एंड आईसी) में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरी में स्नातकोत्तर श्री सुरेश कुमार ने परिवीक्षाधीन इंजीनियर के रूप में मई 1989 में बीईएल में कार्यग्रहण किया था। एक सफल इंजीनियर के रूप में उन्होंने बीईएल की अनेक यूनिटों में अनेक प्रौद्योगिकियों पर काम किया और बीईएल के मुख्य स्वदेशीकरण अधिकारी सहित अनेक प्रमुख कार्पोरेट पदों पर कार्य किया। अपने 34 वर्षों के सफल करियर में उन्होंने प्रमुख ग्राहक खंडों में व्यवहार करते हुए प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में गहन अनुभव अर्जित किया और आर एंड डी के माध्यम से कारोबारी विकास करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री सुरेश कुमार प्रतिष्ठित रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्तकर्ता हैं। उनकी सक्षम देखरेख में, उनकी टीमों द्वारा अनेक पेटेंट / कॉपी राइट बनाए गए हैं।
उन्होंने उत्पाद विकास के जीवन-चक्र के सभी चरणों में काम किया है जिसमें परिकल्पना, डिज़ाइन, विकास, अर्हता, संस्थापना और कार्यारंभ, फील्ड परीक्षण और सिस्टम प्रवेश शामिल हैं। उन्हें अंतिम प्रयोक्ता की ज़रूरतों / अपेक्षाओं और उन्हें पूरा करने के साधनों की गहन जानकारी और समझ है।
महाप्रबंधक (पीडी एंड आईसी) के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने संपूर्ण बीईएल में प्रयुक्त व्यवसाय के 16 खंडों में प्रौद्योगिकी मॉड्यूल का संस्थागत विकास करने के लिए 500 इंजीनियरों की टीम का मार्गदर्शन किया। उन्होंने पीडी एंड आईसी में आई.पी. सृजन और कौशल वर्धन की भी पहल की। इस उत्तरदायित्व से पहले, श्री सुरेश कुमार बीईएल कार्पोरेट कार्यालय में महाप्रबंधक (प्रौद्योगिकी योजना) के पद पर थे जहां उन्होंने कंपनी भर में सभी आर एंड डी कार्यकलापों की योजना और निष्पादन का नेतृत्व किया जिसके कारण बड़ी संख्या में आर एंड डी परियोजनाएं शुरु की गईं जिनका सफलतापूर्वक वाणिज्यीकरण किया गया।
वर्ष 2017-2019 की अवधि के दौरान उनके प्रयासों और योगदान से भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान में अत्यधिक जटिल और अत्याधुनिक एयरबोर्न ई.डबल्यू. प्रणाली शामिल की गई जिसके परिणामस्वरूप रु. 3,000 करोड़ मूल्य के आदेश प्राप्त हुए।
श्री सुरेश कुमार ने बीईएल द्वारा प्राप्त एकल और सबसे बड़े निर्यात आदेश - ई.डबल्यू. सुइट की आपूर्ति के लिए एयरबस के 90 मिलियन यूएसडी से अधिक के निर्यात आदेश को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने नए उत्पादों को भी प्रारंभ किया और लगभग रु. 4,000 करोड़ मूल्य के भावी कारोबारी अवसरों को तैयार किया।
वर्ष 2014 और 2017 के बीच, उन्होंने भारतीय थलसेना और अर्धसैनिक बलों में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रो-ऑप्टिक उत्पादों / प्रणालियों का विकास करने और उन्हें शामिल करने वाली टीमों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया जिसके कारण बीईएल को लगभग रु. 5,000 करोड़ का कारोबार मिला। उन्होंने आक्रामक ढंग से स्वदेशीकरण के प्रयास किए और लगभग रु. 300 करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत की।
वर्ष 2014 से पहले उन्होंने भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों और विमानों के लिए अनेक ई.डबल्यू. प्रणालियों का विकास किया और सेना में शामिल किया। इसी अवधि के दौरान किए गए उनके प्रयासों से भारत में दुनिया का सबसे बड़ा ई.डबल्यू. परीक्षण रेंज स्थापित करने के लिए नामांकन आधार पर भारतीय वायुसेना से लगभग रु. 1,000 करोड़ के आदेश प्राप्त हुए।
वर्ष 2021 से, वे बीईएल के मुख्य स्वदेशीकरण अधिकारी के रूप में कार्य करते आ रहे हैं और उन्होंने सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनके इन स्वदेशीकरण प्रयासों के माध्यम से बीईएल को पिछले दो वर्षों में रु. 1,000 करोड़ रु. की विदेशी मुद्रा की बचत हुई। कंपनी ने भी रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी सकारात्मक स्वदेशीकरण की सूची में 100 से अधिक उत्पादों का योगदान दिया। इनमें से ज्यादातर उत्पाद मेक II मार्ग द्वारा विकासाधीन हैं।
Posted on: जुलाई 6, 2023
Posted on: जुलाई 6, 2023
Posted on: जुलाई 6, 2023
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