Product category :प्रेस विज्ञप्ति
Date : नवम्बर 15, 2022
बेंगलूरु, 14 नवंबर, 2022- नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने अभिचिह्नित उत्पादों / प्रणालियों के संयुक्त विकास, विनिर्माण और उत्पाद उन्नयन करने के लिए तथा स्वदेशी रक्षा, गैर-रक्षा और निर्यात बाज़ारों के उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए रक्षा पीएसयू हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
एचएसएल के बारे में
हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड रक्षा मंत्रालय के तहत एक अग्रणी जहाज निर्माण संगठन है जो जहाज निर्माण, जहाज की मरम्मत, पनडुब्बी निर्माण और मरम्मत के साथ-साथ अपतटीय और तटवर्ती संरचनाओं के डिजाइन और निर्माण की जरूरतों को पूरा करता है। आज़ादी का अमृत महोत्सव के वर्ष में, एचएसएल ने 1948 में अपने पहले जहाज, जल उषा के शुभारंभ के बाद से, 200 जहाजों के निर्माण और 2,000 जहाजों की मरम्मत को पूरा करने की दुर्लभ विशिष्टता अर्जित की है।
बीईएल के बारे में
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैर-रक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।
रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बी-रोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैर-रक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसाइल, मानव-रहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।
Posted on: नवम्बर 15, 2022
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