बेंगलूरु, 14 अगस्त, 2020 - भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), रक्षा मंत्रालय के अधीननवरत्न पीएसयू आज कोविद-19 महामारी से लड़ने के अपने प्रयासों में भारत सरकार की मददकरने हेतु रिकार्ड समय में 30,000 आईसीयू वेन्टिलेटरों के निर्माण के सफल समापन की सहर्षघोषणा की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविद के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश कीस्वास्थ्य-सेवा अवसरंचना की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अप्रैल 2020 में इन 30,000आईसीयू वेन्टिलेटरों का आदेश दिया था।
बीईएल ने मे. स्कैनरे टेक्नालॉजीस प्राइवेट लि. मैसूरु के साथ किए गए लाइसेंस करार औरडीआरडीओ के डिज़ाइन सहयोग के आधार पर आईसीयू वेन्टिलेटर, मॉडल सीवी 200 का निर्माणकिया है। अत्यंत जटिल चिकित्सा श्रेणी के मिनिएचर प्रपोर्शनल वाल्व, ऑन/ऑफ सोलिनाएडवाल्व, ऑक्सीजन सेन्सर और फ्लो सेन्सर जैसे महत्वपूर्ण घटकों की अनुपलब्धता को दूर करने केलिए डीआरडीओ, बीईएल और स्कैनरे द्वारा किए गए स्वदेशीकरण के प्रयास निश्चित रूप सेभविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे क्योंकि भारत अब सक्षम और समर्थ चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिकपरितंत्र होने पर गर्व कर सकेगा। उक्त आदेश प्राप्त करने के बाद, अपनी दक्ष उत्पाद प्रणालीक्षमताओं के आधार पर, दो सप्ताह के भीतर ही बीईएल ने हर दिन 500 से 1,000 वेन्टिलेटर बनानेकी निर्माण व्यवस्था स्थापित की।
इन वेन्टिलेटरों का निर्माण कार्य गंभीर लॉकडाउन अवधि के दौरान किया गया और आपूर्ति कड़ीसंबंधी बाधाओं से निपटने में बीईएल को विभिन्न सरकारी एजेंसियों से पूरा सहयोग प्राप्त हुआ।चूँकि इन वेन्टिलेटरों का निर्माण केंद्र बीईएल का बेंगलूरु यूनिट था, कर्नाटक सरकार ने लॉकडाउनसंबंधी विभिन्न समस्याओं से निपटने के लिए बीईएल के लिए एक नोडल आई.ए.एस. अधिकारीको नामांकित करते हुए अतिरिक्त समर्थन प्रदान किया। कम समय में 30,000 वेन्टिलेटरों कानिर्माण करने में बीईएल का सहयोग करने वाले अनेक भारतीय उद्योग जिनमें एमएसएमई सेलेकर बड़े कारोबारी गृह शामिल थे, के प्रति भी बीईएल अपना विशेष आभार प्रकट करती है।
भारत भर के विशेषज्ञ डॉक्टरों और अस्पतालों की समिति से प्राप्त बहुमूल्य प्रतिपुष्टि ने बीईएलको भारतीय कोविद मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रचालन केअतिरिक्त तरीकों के साथ वेन्टिलेटर को तुरंत उन्नत करने में मदद की। केंद्र और राज्य सरकार केप्राधिकारियों के बीच निर्बाध समन्वय से बीईएल को प्रतिष्ठित निजी सहयोगियों की मदद सेस्थापना और संस्थापना कार्य तेजी से करने में मदद मिली।
बीईएल इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में अपना सहयोग देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को धन्यवाद देती है।बीईएल, डीआरडीओ, स्कैनरे तथा उद्योग के अन्य सभी साझेदारों को चिकित्सा श्रेणी के उपकरणोंको स्वदेशी रूप से बनाने और देश की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को समय पर पूरा करने के लिए एकसक्षम परितंत्र तैयार करने में भारत सरकार की पहल का हिस्सा बनने पर गर्व है। यह भारत सरकारकी मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल का एक सच्चा उदाहरण है।