बेंगलूरु, 1 जून, 2023 - श्री विक्रमन एन ने आज नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के निदेशक (मानव संसाधन) का पदभार ग्रहण किया। मंडल में पदोन्नत होने से पहले वे बीईएल की गाज़ियाबाद यूनिट में कार्यपालक निदेशक (रेडार) और यूनिट प्रमुख के पद पर कार्यरत थे।
श्री विक्रमन को मानव संसाधन के विभिन्न क्षेत्रों तथा रेडार और मिसाइल प्रणालियों से संबंधित विविध कार्यों जैसे परीक्षण, विपणन और ग्राहक समर्थन में 35 वर्षों का दीर्घ और समृद्ध अनुभव है। वे इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में इंजीनियरी डिग्री (ऑनर्स) और मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा धारक हैं। वे ‘नवाचार’ के लिए प्रतिष्ठित रक्षा मंत्री पुरस्कार के विजेता हैं। वे प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, यूएसए से प्रमाणित परियोजना प्रबंधन पेशेवर भी हैं।
ई.डी. (रेडार) एवं यूनिट प्रमुख, बीईएल-गाज़ियाबाद के रूप में उन्होंने बीईएल की दूसरी सबसे बड़ी यूनिट को उसके अब तक के सर्वोच्च कारोबार और लाभप्रदता के स्तर तक पहुंचाया जिसके फलस्वरूप उन्हें बीईएल की वार्षिक रोल-ऑन- प्लान कारोबारी बैठक में ‘एचीवर’ का पुरस्कार प्रदान किया गया।
श्री विक्रमन ने बीईएल के मानव संसाधन कार्य को रणनीतिक प्रतिस्पर्धात्मकता प्रदान करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। बीईएल के कार्पोरेट कार्यालय में महाप्रबंधक (मानव संसाधन) के अपने पूर्व कार्यकाल के दौरान, श्री विक्रमन एच.आर. नीतियों और रणनीतियों को बीईएल की कारोबारी आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के लिए जिम्मेदार रहे। उन्होंने जनशक्ति योजना, कार्य-निष्पादन प्रबंधन, प्रशिक्षण और विकास, सक्षमता विकास, कौशल विकास आदि जैसे क्षेत्रों में नई प्रणालियां और प्रक्रियाएं स्थापित की। कार्य-निष्पादन मानक निर्धारित करने और करियर प्रगति के लिए वे अधिक न्यायसंगत विधि बनाने के लिए विभिन्न सक्षमताओं का व्यापक ढांचा शुरु करने के लिए उत्तरदायी थे। उनके नेतृत्व में, बीईएल ने पीपल कैपेबिलिटी मैच्युरिटी मॉडल (स्तर 3) का प्रमाण-पत्र प्राप्त किया।
श्री विक्रमन ने बीईएल उत्कृष्टता अकादमी की स्थापना करते हुए और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों के शिक्षा जगत में साझेदारी बढ़ाने के लिए कंपनी में ज्ञानार्जन के अनुकूल परिवेश को संवर्धित किया। मानव संसाधन के क्षेत्र में बीईएल को दिए गए उनके कुछ अन्य प्रमुख योगदान में प्रतिभा प्रबंधन के लिए ई.आर.पी. आधारित ज्ञानार्जन प्रबंधन प्रणाली स्थापित करना, विभिन्न कार्य भूमिकाओं के लिए आवश्यक सक्षमता तैयार करने के लिए मिश्रित ई-लर्निंग प्लेटफार्म शुरु करना शामिल हैं। वैश्विक महामारी में कार्यबल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने मानव संसाधन की प्रमुख प्रक्रियाओं में परिवर्तन लागू किए और कारोबार की निरंतरता सुनिश्चित किया।
बीईएल की मिसाइल सिस्टम एसबीयू में अपने पिछले कार्यकाल में, श्री विक्रमन ने सिस्टम एकीकरण परियोजनाओं पर कार्य करने के लिए अपनी में अंतर-विषयक सक्षमताएं विकसित की। उन्होंने रेडार निर्माता की भूमिका में परिवर्तन कर उसे शस्त्र प्रणाली एकीकरणकर्ता बनाने के लिए संगठन के लिए आवश्यक परिवर्तन की संस्कृति का पोषण किया। परीक्षण, विपणन और ग्राहक समर्थन प्रमुख होते हुए, मिसाइल सिस्टम एसबीयू ने लगातार चार वर्षों तक रु. 1,000 करोड़ का रिकार्ड कुल कारोबार हासिल किया। श्री विक्रमन ने प्रतिष्ठित आकाश परियोजना में शामिल 100 से अधिक प्रमुख भागीदारों के साथ कार्य किया और देश की पहली स्वदेशी मिसाइल प्रणाली का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया।