श्री कामेश कसाना ने 14 जुलाई, 2025 को नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के निदेशक (अन्य यूनिटें) पद का कार्यभार ग्रहण किया। इस पदोन्नति से पहले वे बीईएल की सैन्य संचार रणनीतिक कारोबारी यूनिट (एसबीयू) के महाप्रबंधक पद पर कार्यरत थे।
श्री कामेश कसाना जिन्होंने वर्ष 1993 में बीईएल में कार्यग्रहण किया था, के पास रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी के क्षेत्र में तीन दशकों से अधिक अवधि का विशिष्ट अनुभव है। अपने इस दीर्घ करियर में उन्होंने भारत की रक्षा क्षमताओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए बीईएल के पोर्टफोलियो के स्वदेशीकरण, आधुनिकीकरण और रणनीतिक विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
इलेक्ट्रॉनिकी और संचार इंजीनियरी में बी.टेक. की योग्यता धारक और एनआईटी कुरुक्षेत्र के पूर्व विद्यार्थी श्री कसाना व्यवसाय प्रशासन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा धारक भी हैं और सिक्स सिग्मा (ग्रीन बेल्ट, डीएमएआईसी) प्रमाणित तथा परियोजना प्रबंधन पेशेवर (पीएमपी) हैं। उनका करियर तकनीकी विशेषज्ञता, कारोबारी कुशाग्रता और भविष्यदृष्टा नेतृत्व का अद्भुत मिश्रण है।
श्री कसाना ने प्रमुख रक्षा प्रोग्रामों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है जिनमें भारतीय नौसेना के ज़मीनी जहाजों और पनडुब्बियों के लिए महत्वपूर्ण सी4आई प्रणालियों के साथ-साथ भारतीय थलसेना की वायु रक्षा नियंत्रण एवं रिपोर्टिंग प्रणाली (आकाशतीर) शामिल हैं। स्वदेशीकरण, लागत कटौती और आत्मनिर्भर भारत की राष्ट्रीय दृष्टि के अनुरूप एमएसएमई और स्टार्ट-अप को समर्थन देने के साथ उनके प्रयासों से बीईएल को कई हज़ार करोड़ रु. मूल्य के बड़े आदेश प्राप्त करने और उन्हें निष्पादित करने में मदद मिली है।
बेंगलूरु में बीईएल के सैन्य संचार रणनीतिक कारोबारी यूनिट के महाप्रबंधक और कारोबारी प्रमुख के रूप में उन्होंने परिचालन की पुन:संरचना, उत्पाद नवाचार और ग्राहकों की अधिक संबद्धता बढ़ाते हुए एसबीयू को लगातार दो वर्षों तक रु. 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार हासिल करने में निर्णायक भूमिका निभाई। उनकी पहलों से बीईएल को मज़बूत साझेदारियां करने, सुपुर्दगी की समय-सीमा में सुधार लाने और संधारणीय कारोबारी प्रगति सुनिश्चित करने में मदद मिली।
निदेशक (अन्य यूनिटें) के रूप में अपनी नई भूमिका में श्री कसाना बीईएल की अन्य यूनिटों को प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता, अधिक लचीला और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के केंद्रों में रूपांतरित करना चाहते हैं। उनकी प्राथमिकताओं में अधिक प्रतिस्पर्धी आर एंड डी द्वारा नवाचार, कृत्रिम प्रज्ञान, स्वशासी प्रणालियां, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियां और क्वान्टम कंप्यूटिंग के कार्यों में तेजी लाना, परिचालन दक्षता को सशक्त बनाना और आपूर्ति कड़ी की सुदृढ़ता, डीआरडीओ, इसरो, निजी उद्योगों, एमएसएमई और वैश्विक साझेदारों के साथ सहयोग बढ़ाना और अक्षय ऊर्जा तथा संधारणीयता के लिए बीईएल की प्रतिबद्धता को बढ़ाना शामिल हैं।
श्री कसाना के सक्षम नेतृत्व से भारत के रक्षा पारितंत्र को सशक्त बनाने के बीईएल के मिशन को गति मिलेगी और वृद्धिशील जटिल वैश्विक परिवेश में स्थायी विकास, ग्राहक संतुष्टि और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित होगी।