बेंगलूरु, 3 फरवरी, 2021 - भारत सरकार की दूरदृष्टि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अनुसार, नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इटली की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी बेरेट्टा इटली ने एरो इंडिया 2021 में रक्षा और रक्षा-इतर ग्राहकों की ज़रूरत के अनुसार क्लोज़ क्वार्टर कार्बाइन वेपन (सीक्यूबी कार्बाइन) और अन्य छोटे शस्त्रों का स्वदेशी निर्माण करने के लिए एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। श्रीमती आनंदी रामलिंगम, निदेशक (विपणन), बीईएल और श्री कार्लो फर्लिटो, महाप्रबंधक, फैब्रिका डी’आर्मी पिएट्रो बेरेट्टा एस.पी.ए. और उपाध्यक्ष, बेरेट्टा डिफेंस टेक्नालाजीस ने बीईएल और बेरेट्टा इटली की ओर से एम.ओ.यू. दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।
बीईएल के बारे में
बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी है जिसके उत्पाद रक्षा कारोबार में रेडार, मिसाइल प्रणाली, सैन्य संचार, नौसैनिक प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्धपद्धति एवं वैमानिकी, सी4आई प्रणाली, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी एवं गन/शस्त्र प्रणाली के अपग्रेड और इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ के क्षेत्रों में है। बीईएल के रक्षा-इतर कारोबार में इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन, गृहभूमि सुरक्षा एवं स्मार्ट सिटी, सोलार, उपग्रह एकीकरण एवं अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेल्वे, ए.आई., सायबर सुरक्षा, सेवा के रूप में साफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद और कंपोज़िट शेल्टर एवं मास्ट जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
फैब्रिका डी’आर्मी पिएट्रो बेरेट्टा एस.पी.ए. (बेरेट्टा इटली) के बारे में - फैब्रिका डी’आर्मी पिएट्रो बेरेट्टा (बेरेट्टा इटली) रक्षा और कानून प्रवर्तन के क्षेत्र में सर्वाधिक प्रतिष्ठित नाम है। उद्योग की अत्याधुनिक एवं नवीनतम सुविधाओं के साथ दुनिया में छोटे गोला-बारूद की व्यापक श्रृंखला का निर्माण करने वाली इस कंपनी का सबसे पुराना कारखाना (औपचारिक रूप से 1526 में स्थापित) बेरेट्टा परिवार की 15 पीढ़ियों का साक्षी रहा है और अब यह 100 से अधिक देशों को निर्यात करता है। बेरेट्टा इटली बी.डी.टी. एलायंस का हिस्सा है। बेरेट्टा डिफेंस टेक्नालॉजीस (बी.डी.टी.) बेरेट्टा की चार धारक रक्षा कंपनियों - बेरेट्टा, बिनेली, साको और स्टीनर का रणनीतिक गठबंधन है। बी.डी.टी. की ये संस्थापक कंपनियाँ अपने बाज़ार की कुछ सबसे उत्कृष्ट अस्त्र-शस्त्र और उपकरणों का निर्माण करती हैं। लगातार उत्कृष्टता हासिल करने वाली और नव-विश्व विचारकों वाली इन कंपनियों ने सरकार और एजेंसियों को अत्यावश्यक उपकरणों की आपूर्ति करने के एकल संपर्क स्रोत बनने में अपनी तकनीकी शक्तियों को संयोजित करने पर ध्यान दिया है जो आधुनिक समाघात और नीतियों की ज़रूरतों को संपूर्ण रूप से पूरा करते हैं।