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बीईएल ने स्पेसफेरिंग टेक्नालॉजीस प्रा. लि. के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 14 नवंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने रक्षा और गैर-रक्षा अनुप्रयोगों के लिए फैब्रिक-आधारित रैडोम, शेल्टर, परिनियोजित किए जाने वाले स्पेस हैबिटाट, एरोस्टैट आदि के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी विकास में सहयोग करने के लिए स्पेसफेरिंग टेक्नालॉजीस प्रा. लि. के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

यह एमओयू बीईएल स्पैसफेरिंग की पूरक शक्तियों और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किया गया है। इससे दोनों कंपनियों को कार्मिकों तथा महत्वपूर्ण रक्षा परिसंपत्तियों, त्वरित परिनियोजनीय दाबरहित और दाबयुक्त रैडोम, अगली पीढ़ी के एरोस्टैट एयरबोर्न लंबी-दूरी की चौकसी प्लेटफार्म प्रणाली की सुरक्षा के लिए भारतीय रक्षा बलों और असैनिक ग्राहकों की विविध ज़रूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी।

स्पेसफेरिंग टेक्नालॉजीस प्रा. लि. के बारे में

स्पेसफेरिंग टेक्नालॉजीस प्रा. लि. महत्वपूर्ण रक्षा और अंतरिक्ष अन्वेषण अनुप्रयोगों के लिए विभिन्न प्रकार के सॉफ्ट सामान या परिनियोजनीय/वायुयुक्त प्रणालियों की डिज़ाइन, विकास और उत्पादन में लगी बेंगलूरु से बाहर स्थित स्टार्ट-अप कंपनी है जिसका कार्य चरम परिवेशों के लिए उन्नत शेल्टर, दाबरहित और दाबयुक्त रैडोम, परिनियोजित किए जाने वाले स्पेस हैबिटाट, माइक्रोमीटियोरॉयड और ऑर्बिटल डेबरिस बैलिस्टिक शील्डिंग तक ही सीमित नहीं है।

स्पेसफेरिंग के पास असाधारण सॉफ्ट सामान और वायुयुक्त सामग्रियों की निर्माणी सक्षमताएं हैं जो रक्षा और अंतरिक्ष अनुप्रयोगों की सख्त आवश्यकताओं को पूरी करती हैं। स्पेसफेरिंग और उसके कार्मिकों के पास नासा, इसरो, भारतीय थलसेना, भारतीय वायुसेना आदि में हार्डवेयर और साफ्टवेयर विकास कार्य करने का गहन अनुभव है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहुउत्पाद, बहुप्रौद्योगिकी, बहुयूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैररक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बीरोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रोऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैररक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोलाबारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

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बीईएल ने प्रोफेंस एलएलसी, यूएस के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 14 नवंबर नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने हल्के हथियारों के निर्माण और विपणन में सहयोग के लिए प्रोफेंस एलएलसी, यूएस के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस एमओयू का उद्देश्य बीईएल और प्रोफेंस एलएलसी की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना है। इससे दोनों कंपनियों की वर्तमान और भावी बाजार की जरूरतों के लिए संयुक्त रूप से हल्के हथियार विकसित करने में मदद मिलेगी।

श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक, बीईएल और श्री राज नायर, निदेशक, भारत और एपीएसी, प्रोफेंस एलएलसी ने श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), श्री रुधिरामूर्ति ए, जीएम (बीईएल-नवी मुंबई) और बीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डिफेक्सपो 2022 में एमओयू के हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान किया गया।

प्रोफेंस एलएलसी के बारे में

प्रोफेंस एक अग्रणी कंपनी है जिसे रक्षा हथियार प्रणालियों के निर्माण, सिस्टम एकीकरण और प्रशिक्षण के व्यवसाय में विशेषज्ञता प्राप्त है। प्रोफेन्स घरेलू और विदेशी उपयोग की हथियार प्रणालियों का निर्माण और समर्थन के लिए अमेरिका की विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ पंजीकृत है और इसके पास प्रत्यक्ष वाणिज्य या विदेशी सैन्य बिक्री के लिए आवश्यक नेशनल स्टॉक नंबर (एनएसएन) है। प्रोफेंस संयुक्त राज्य अमेरिका के फीनिक्स, एरिजोना में स्थित है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहुउत्पाद, बहुप्रौद्योगिकी, बहुयूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैररक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बीरोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रोऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैररक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने हथियार और गोलाबारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

फोटो कैप्शन श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), श्री रुधिरामूर्ति ए, जीएम (बीईएल-नवी मुंबई) और बीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डिफेक्सपो 2022 में एमओयू के हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान करते हुए श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक, बीईएल और श्री राज नायर, निदेशक, भारत और एपीएसी, प्रोफेंस एलएलसी ।

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बीईएल ने एसवीसी टेक वेंचर्स एलएलपी के साथ एमओयू किया

बेंगलूरु, 14 नवंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने हेवी ड्यूटी ब्लास्ट डोर्स के निर्माण और विपणन के लिए एसवीसी टेक वेंचर्स एलएलपी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

यह एमओयू बीईएल और एसवीसी टेक वेंचर्स एलएलपी की पारस्परिक शक्तियों और क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित है। इससे दोनों कंपनियों को रक्षा संस्थापनाओं तथा राष्ट्रीय परिसंपत्तियों को सुरक्षित रखने के लिए नए और बेहतर हेवी ड्यूटी ब्लास्ट डोर्स की डिज़ाइन / विकास में साझेदारों के रूप में सहयोग करने में मदद मिलेगी।

एसवीसी टेक वेंचर्स एलएलपी के बारे में

एसवीसी टेक अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी और सीएफईईएस, डीआरडीओ द्वारा प्रमाणित ब्लास्ट प्रूप डोर्स का विकास और स्वदेशी निर्माण करती है। रक्षा मंत्रालय की कुछ सुविधाएं जो देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं, को ब्लास्ट प्रूफ डोर की ज़रूरत होती है जो अत्यावश्यक राष्ट्रीय परिसंपत्तियों की सुरक्षा के लिए अत्यधिक दबाव और विखंडन प्रभाव को सहन कर सकते हैं। ऐसे ब्लास्ट प्रूफ डोरपेचीदा और बड़े होते हैं जिनका आकार 18 मीटर X 7.5 मीटर तक होता है और जिनका वजन 150 टन से भी अधिक हो सकता है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहुउत्पाद, बहुप्रौद्योगिकी, बहुयूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैररक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बीरोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रोऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैररक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोलाबारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

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बीईएल ने स्वच्छता पखवाड़ा मनाया

नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) 1-15 दिसंबर, 2022 तक देश भर के सभी यूनिटों, एसबीयू और कार्यालयों में स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है बेंगलुरु स्थित बीईएल के कार्पोरेट कार्यालय में आज स्वच्छता पखवाड़ा समारोह की शुरुआत श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, सीएमडी, बीईएल और श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी) के नेतृत्व में सभी कर्मचारियों द्वारा स्वच्छता शपथ लेने के साथ हुई। कर्मचारियों को तीन भाषाओं-कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी में शपथ दिलाई गई। इसके बाद सफाई करने वाले कर्मचारियों के साथ एक मार्च-पास्ट किया गया, जिसमें “जीवन साफ करें, पृथ्वी को हरा-भरा बनाएं” और “स्वच्छता ईश्वरीय है।… आदि नारे लगाए गए

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बीईएल ने वाईआईएल के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 14 नवंबर, 2022- नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारतीय रक्षा और निर्यात बाज़ारों की आवश्यकताओं को संयुक्त रूप से पूरा करने के लिए गोलाबारुद हार्डवेयर और मिलिटरी ग्रेड कंपोनेंट्स के क्षेत्र में सहयोग के लिए रक्षा पीएसयू यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

इस एमओयू का उद्देश्य बीईएल और वाईआईएल की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना और हथियारों और गोला-बारूद और संबंधित प्रणालियों के उत्पादन के लिए विनिर्माण और परीक्षण बुनियादी ढांचे / संसाधनों को साझा करना है ।

श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), जो वर्तमान में अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और निदेशक (विपणन), बीईएल के पद धारित करते हैं और श्री एस के यादव, निदेशक (प्रचालन), वाईआईएल ने श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), श्री जी सूर्यनारायण मूर्ति, जीएम (बीईएल-पुणे) और बीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एमओयू के हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान किया।

वाईआईएल के बारे में

यंत्र इंडिया लिमिटेड भारत सरकार के स्वामित्व वाली रक्षा कंपनी है, जिसे 2021 में आयुध निर्माणियों को अनेक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में पुन:संरचित कर और निगमित कर स्थापित किया गया था। वाईआईएल की उत्पादन सुविधाएं आठ स्थानों पर हैं और यह मुख्य रूप से छोटे से उच्च क्षमता वाले गोला-बारूद, रॉकेट, बम, फ़्यूज़ आदि के लिए हार्डवेयर के निर्माण के लिए आवश्यक विशेष घटकों और उपकरणों का निर्माण करती हैं। यह विशेष ग्रेड स्टील और एल्यूमीनियम मिश्र धातु फोर्जिंग / कास्टिंग / एक्सट्रूज़न आदि का भी उत्पादन करती है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहुउत्पाद, बहुप्रौद्योगिकी, बहुयूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैररक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बीरोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रोऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैररक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोलाबारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

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बीईएल ने एवीएनएल (अवनी) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 16 नवंबर, 2022- नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारतीय रक्षा और निर्यात बाजार की आवश्यकताओं को संयुक्त रूप से पूरा करने के लिए रक्षा पीएसयू आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (एवीएनएल/अवनी) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

इस एमओयू का उद्देश्य बीईएल और एवीएनएल (एवीएएनआई) की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना है ताकि लड़ाकू वाहनों, मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी), इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल (आईएफवी), आर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल (एएफवी) और संबंधित प्रणालियों के क्षेत्रों में घरेलू और निर्यात अवसरों का लाभ उठाया जा सके।

श्री दिनेश कुमार बत्रा, तत्कालीन सीएमडी, बीईएल और श्री ए एन श्रीवास्तव, सीएमडी, एवीएनएल/अवनी ने श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), बीईएल, श्री संजय द्विवेदी, निदेशक (परिचालन), एवीएनएल, श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल, श्री मनोज कुमार, कार्यकारी निदेशक, बीईएल और बीईएल तथा अवनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डिफेक्सपो 2022 में बीईएल और अवनी के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया।

एवीएनएल/ अवनी के बारे में

एवीएएल रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक सरकारी क्षेत्र का उपक्रम है (जिसे पूर्ववर्ती आयुध निर्माणी बोर्ड से बनाया गया) जिसके पास अत्याधुनिक बख्तरबंद लड़ाकू वाहन जैसे टैंक, इनफैंट्री कॉम्बैट वाहन, माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (एमपीवी), लॉजिस्टिक्स व्हीकल आदि जैसे अत्युन्नत बख्तरबंद लड़ाकू वाहन की डिज़ाइन और निर्माण करने की आधुनिक अवसंरचना और क्षमता है। एवीएनएल में टी-72 और टी-90 टैंकों, एमबीटी अर्जुन, ब्रिज लेयर टैंक, ट्रॉल, बीएमपी-II और उसके परिवर्त, एमपीवी 4×4, एमपीवी 6×6, स्टालियन 5/7.5 टी, एलपीटीए2.5 टी, क्लोज़ रेंज नेवल गन (सीआरएन-91), नेवल डिकॉय लांचर कवच और इन सभी वाहनों के लिए उच्च शक्ति इंजन तथा ट्रांसमीशन असेंबली मौजूद है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैर-रक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बी-रोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रो- ऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैर-रक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसाइल, मानव-रहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

फोटो कैप्शन- श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), बीईएल, श्री संजय द्विवेदी, निदेशक (परिचालन), एवीएनएल, श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल, श्री मनोज कुमार, कार्यकारी निदेशक, बीईएल और बीईएल तथा अवनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डिफेक्सपो 2022 में बीईएल और अवनी के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान करते हुए श्री दिनेश कुमार बत्रा, तत्कालीन सीएमडी, बीईएल और श्री ए एन श्रीवास्तव, सीएमडी, एवीएनएल/अवनी।

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बीईएल ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 10 नवंबर, 2022: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने स्वायत्त नौवहन और संबंधित क्षेत्रों में उत्पादों/समाधानों के संयुक्त विकास के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य बीईएल और जीएसएल की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना है। यह बीईएल और जीएसएल को स्वायत्त नौवहन जहाजों और उनके डेरिवेटिव, जहाजों के डिजिटल नियंत्रण और अनुकरण, जहाजों की नेटवर्किंग और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में रक्षा और नागरिक दोनों अनुप्रयोगों के लिए किसी अन्य पहचाने गए क्षेत्र में उत्पादों/समाधानों के विकास की दिशा में संयुक्त रूप से काम करने में सक्षम बनाएगा। श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल और कैप्टन (सेवानिवृत्त) जगमोहन, निदेशक (सीपीपी एंड बीडी), गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने बीईएल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डिफेंन्स एक्सपो 2022 में बीईएल और जीएसएल के बीच हस्ताक्षर किए गए एमओयू का आदान-प्रदान किया। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के बारे में, रक्षा मंत्रालय के तहत एक मिनीरत्न पीएसयू, भारत के प्रमुख रक्षा शिपयार्ड में से एक है, जिसमें निष्पादन और समय पर सुपुर्दगी के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ परिष्कृत उच्च प्रौद्योगिकी वाले रक्षा जहाजों की डिज़ाइनिंग और निर्माण करने की आधुनिक अवसंरचना और क्षमता है और यह वर्तमान में भारतीय उप-महाद्वीप में रक्षा जहाजों का सबसे बड़ा निर्यातक है।जीएसएल की प्रमाणित उत्पाद श्रृंखला में अपतटीय गश्ती पोत, फास्ट पेट्रोल पोत, एक्स्ट्रा फास्ट अटैक शिल्प, मिसाइल नौका, सर्वेक्षण पोत, एलसीयू आदि के कई संस्करण शामिल हैं। जीएसएल की मुख्य क्षमता अपने अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) के माध्यम से विभिन्न प्लेटफार्मों के नए डिजाइनों के विकास के साथ अपनी आंतरिक डिज़ाइन क्षमता है, जिसे वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आंतरिक आर एंड डी यूनिट के रूप में मान्यता और पंजीकरण दिया गया है। आज की तारीख तक, जीएसएल ने विभिन्न ग्राहकों को 227 जहाज और 150 से अधिक जीआरपी नौकाएं बनाकर सुपुर्द की हैं और इसने संविदा की अनुसूची से पहले गुणवत्तापूर्ण जहाज/परियोजनाएं प्रदान करने की अद्वितीय विशिष्टता हासिल की है।बीईएल के बारे में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक नवरत्न डीपीएसयू है, जिसे भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए 1954 में बेंगलूरु में स्थापित किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में, बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन में लगी हुई है और भारत और विदेश में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए चुनिंदा गैर-रक्षा उत्पादों का चयन करती है।बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल सिस्टम, वेपन सिस्टम, कम्युनिकेशन, नेटवर्क सेंट्रिक सिस्टम (सी4आई),  इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, एवियोनिक्स, एंटी-सबमरीन वारफेयर सिस्टम और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, होमलैंड सिक्योरिटी, गन अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मजबूत उपस्थिति है।

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बीईएल ने एयरोसेन्स टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु, 9 नवंबर, 2022: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने ड्रोन और सॉफ्ट किल एरियल एंटी ड्रोन के विकास और विपणन में सहयोग के लिए एयरोसेन्स टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य बीईएल और एयरोसेन्स टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड की पूरक ताकत और क्षमताओं का लाभ उठाना है। इससे बीईएल और एयरोसेन्स टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड को ड्रोन के डिजाइन/विकास और सॉफ्ट किल एरियल एंटी ड्रोन सिस्टम के लिए साझेदार के रूप में सहयोग करने में मदद मिलेगी। यह समझौता ज्ञापन दोनों कंपनियों को घरेलू और निर्यात बाजारों के लिए रक्षा और नागरिक क्षेत्रों में विभिन्न अनुप्रयोगों को पूरा करने वाले ड्रोन-आधारित समाधानों के विपणन और बिक्री का पता लगाने में भी मदद करेगा। श्री मनोज कुमार, कार्यकारी निदेशक, बीईएल और सीएमडीई (सेवानिवृत्त) के. जे. शर्मा, सीईओ, एयरोसेंस टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड ने श्री पुगाझेंती आर, महाप्रबंधक (एचएलएस एंड एससीबी)/बीईएल-बेंगलूरु कॉम्पलेक्स और बीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डेफएक्सपो 2022 में बीईएल और एयरोसेंस के बीच हस्ताक्षर किए गए एमओयू का आदान-प्रदान किया। एयरोसेंस टेक्नोलॉजिज के बारे में एयरोसेंस अत्याधुनिक प्रगति के साथ रक्षा और मातृभूमि के लिए विभिन्न प्रकार के ड्रोन के विकास और स्वदेशी निर्माण में लगी हुई है। एयरोसेंस ने ड्रोन रोधी विकसित किया है और उसके पास पांच पेटेंट हैं। बीईएल के बारे में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक नवरत्न पीएसयू है। पिछले कुछ वर्षों में, बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के डिजाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन में लगी हुई है और गैर-रक्षा उत्पादों का चयन करती है, भारत और विदेश में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती है। बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल सिस्टम, वेपन सिस्टम, कम्युनिकेशन, नेटवर्क सेंट्रिक सिस्टम (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, एविओनिक्स, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर सिस्टम और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, होमलैंड सिक्योरिटी, गन अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मजबूत उपस्थिति है।उभरते अवसरों को ध्यान में रखते हुए बीईएल गैर-रक्षा डोमेन जैसे ईवीएम, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, सॉफ्टवेयर आदि के लिए अपने समाधानों का विस्तार करने के लिए निरंतर प्रयास करती रही है। इसके अलावा, उभरते अवसरों को संबोधित करने के लिए बीईएल ने हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणाली, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक्स, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, ईवी, रेलवे/मेट्रो और नागरिक उड्डयन में विविधता लाई है। फोटो कैप्शन-श्री मनोज कुमार, कार्यकारी निदेशक, बीईएल और सीएमडीई (सेवानिवृत्त) के. जे. शर्मा, सीईओ, एरोसेंस टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड की उपस्थिति में डेफएक्सपो 2022 में बीईएल और एरोसेंस के बीच हस्ताक्षरित एमओयू का आदान-प्रदान करते हुए।

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मेक-II योजना के तहत बीईएल स्वदेशी रेडार के लिए ओएफसी केबल असेंबली

बेंगलूरु, 9 नवंबर, 2022: गाजियाबाद स्थित केबल निर्माता कंपनी रिद्धि इन्फ्राटेल ने नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की मेक-II पहल के तहत ओपीएस और रेडार निगरानी वाहन (आरएसवी) आश्रयों के बीच कनेक्शन के लिए बीईएल के एयर डिफेंस रेडार (एडी टीसीआर) में उपयोग किए जाने वाले ओएफसी केबल असेंबली का स्वदेशी रूप से निर्माण किया है। ओएफसी केबल असेंबली, जो अब तक आयात की जा रही थी, का अब रिद्धि इन्फ्राटेल द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी, सफलतापूर्वक मूल्यांकन किया गया है और पर्यावरणीय मानकों के लिए अर्हता प्राप्त है। यह लाइन रिप्लेसेबल यूनिट (एलआरयू) डीपीएसयू की दूसरी सकारात्मक सूची का एक हिस्सा है।

मेक-II पहल का उद्देश्य आयातित मदों को स्वदेशी मदों से प्रतिस्थापित करना है, जिससे रक्षा उपकरणों में स्वदेशी सामग्री बढ़ जाए और लागत एवं सुपुर्दगी समय कम हो जाए। रिद्धि इंफ्राटेल के लिए, ओएफसी केबल के स्वदेशीकरण का कार्य चुनौतियों से मुक्त नहीं था। कंपनी ने कई लॉजिस्टिक समस्याओं का सामना किया जैसे कच्चे माल की अनुपलब्धता/कमी, कीमतों में वृद्धि, स्टाफ की कमी और फिर भी निर्धारित समय-सीमा के भीतर असेंबली उत्पादन को सफलतापूर्वक पूरा करने में कामयाब रही।

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भारत में मेट्रो और रेल परिवर्तन में योगदान के लिए बीईएल को ‘अर्बन इन्फ्रा बिजनेस अवार्ड 2022’ प्राप्त हुआ

बेंगलूरु/नई दिल्ली, 7 नवंबर, 2022:  नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) को भारत में मेट्रो और रेल कम्यूटेशन के परिवर्तन के लिए, सरकार की ‘मेक इन इंडिया पहल’ के अनुरूप उनके योगदान के लिए ‘शहरी बुनियादी ढांचा व्यवसाय पुरस्कार 2022’ से सम्मानित किया गया है। बीईएल मेट्रो और ट्रेनों में कुशल परिवहन प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए स्वदेशी तकनीकों का विकास कर रही है। श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल और श्री अनूप कुमार राय, मुख्य वैज्ञानिक (केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-गाजियाबाद), बीईएल ने आज नई दिल्ली में श्री एम सी चौहान, पूर्व महाप्रबंधक, मेट्रो, कोलकाता से अर्बन इन्फ्रा कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित पुरस्कार प्राप्त किया।पिछले कुछ वर्षों से बीईएल भारत में विभिन्न मेट्रो और रेलवे परियोजनाओं का एक हिस्सा रही है। इसने रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) के सहयोग से, वास्तविक समय सूचना प्रणाली (आरटीआईएस) को पूरा किया है, जो भारतीय रेलवे को वास्तविक समय ट्रेन की जानकारी प्रदान करता है, जिससे यात्री सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ इसकी परिचालन क्षमता में वृद्धि होती है। बीईएल ने ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान से संबंधित विभिन्न कार्यक्षमताएं भी स्वचालित की हैं। रेल और मेट्रो कम्यूटेशन के विभिन्न स्वदेशी कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए, विशेष सुरक्षा निष्ठा स्तर 4 अनुपालन हार्डवेयर के साथ बीईएल के केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-गाजियाबाद में एक संदर्भ के रूप में एक कुशल परिवहन लैब की स्थापना की गई है।सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहलों के तहत, बीईएल ने दिल्ली मेट्रो के साथ मिलकर स्वदेशी स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली (आईएटीएस), सुपर सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा अधिग्रहण (सुपर स्काडा) और रोलिंग स्टॉक ड्राइवर प्रशिक्षण प्रणाली (आरएसडीटीएस) जैसे विभिन्न कार्यक्रम पूरे किए हैं। बीईएल ने ट्रैक्शन स्काडा के लिए विकास कार्य भी सक्रिय रूप से किए हैं। भारतीय रेलवे के लिए, बीईएल ने ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली (टीसीएएस), केंद्रीकृत बुद्धिमत्तापूर्ण कवच निगरानी प्रणाली (सीआईकेएमएस) और संवर्धित वास्तविकता (एआर)/वर्चुअल रियलिटी आधारित (वीआर) सिम्युलेटर जैसे तकनीकी समाधानों को विकसित करने के लिए अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।आज बीईएल ने स्वदेशी संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण (आई-सीबीटीसी) प्रणाली के विकास के लिए डीएमआरसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। बीईएल के बारे में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक नवरत्न डीपीएसयू है, जिसे भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए 1954 में बेंगलुरु में स्थापित किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में, बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की डिजाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन में लगी हुई है और चुनिंदा गैर-रक्षा उत्पाद भारत और विदेश में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते हैं।

गैर-रक्षा के कुछ क्षेत्रों पर बीईएल ध्यान केंद्रित कर रहा है जिसमें रेलवे और मेट्रो, अंतरिक्ष/उपग्रह इलेक्ट्रॉनिक्स, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऊर्जा भंडारण उत्पाद (ली-आयन और ईंधन सेल, चार्जिंग स्टेशन आदि), होमलैंड सुरक्षा और स्मार्ट सिटी व्यवसाय, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक और स्वास्थ्य देखभाल के समाधान, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि शामिल हैं।