बेंगलूरु/नई दिल्ली, 7 नवंबर, 2022: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने आज संयुक्त रूप से स्वदेशी संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (आई-सीबीटीसी) विकसित करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (डीएमआरसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। यह प्रणाली रेल और मेट्रो परिचालन में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आई-सीबीटीसी, भारत में पहली बार स्वदेशी रूप से विकसित की जा रही है, जो मेट्रो और ट्रेनों के मानवरहित संचालन को सक्षम बनाएगी। यह मेट्रो और रेल स्वचालन के क्षेत्र में एक बड़ी उपल्बधि है और यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ मिशन को बढ़ावा देगी। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य बीईएल और डीएमआरसी की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना है। श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल और श्री ओम हरि पांडे, निदेशक (डीएमआरसी), डीएमआरसी ने श्री राज कुमार बत्रा, सलाहकार (डीएमआरसी) और बीईएल और डीएमआरसी के वरिष्ठ कार्यपालकों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया। बीईएल के बारे में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक नवरत्न डीपीएसयू है, जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए 1954 में बेंगलुरु में स्थापित किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में, बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो भारत और विदेशों में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते हुए, रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के डिजाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन में लगी हुई है। कुछ क्षेत्रों में बीईएल गैर-रक्षा में ध्यान केंद्रित कर रही है जिसमें रेलवे और मेट्रो, अंतरिक्ष/उपग्रह इलेक्ट्रॉनिक्स, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा, इलेक्ट्रिक वाहनों (ली-आयन और ईंधन सेल, चार्जिंग स्टेशन आदि) के लिए ऊर्जा भंडारण उत्पाद, होमलैंड सुरक्षा और स्मार्ट सिटी व्यवसाय, इलेक्ट्रॉनिक और स्वास्थ्य देखभाल समाधानों की एक श्रृंखला, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदि शामिल हैं। डीएमआरसी के बारे में डीएमआरसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र सरकार की एक कंपनी है, जिसे विश्वस्तरीय जन त्वरित परिवहन प्रणाली का निर्माण और संचालन करने के सपने को साकार करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। दिल्ली मेट्रो भारत में सार्वजनिक शहरी परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करने में महत्वपूर्ण रही है। इसने दिल्ली और एनसीआर में रिकॉर्ड समय में 286 स्टेशनों के साथ लगभग 390 किलोमीटर का विशाल नेटवर्क बनाया है। डीएमआरसी भारत में संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीबीटीसी) और अनारक्षित ट्रेन संचालन (यूटीओ) की अगुआई करती है।
