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बीईएल डिफेक्स्पो 2022 में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी

बेंगलूरु, 12 अक्तूबर, 2022 – दिनांक 18 से 22 अक्तूबर तक गांधीनगर, गुजरात में आयोजित होने वाले डिफेक्सपो में बीईएल अपने कारोबार के सभी क्षेत्रों के अत्याधुनिक उत्पादों और प्रणालियों का प्रदर्शन करेगी।

डिफेक्सपो 2022 के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले उत्पादों और प्रणालियों में ‘वायु रक्षा और निगरानी’, ‘C4I सिस्टम’, ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता-आधारित उत्पाद’, ‘गैर-रक्षा और विविधीकरण उत्पाद’, ‘रेडार सिस्टम’, ‘संचार प्रणाली’, ‘एयरबोर्न उत्पाद एवं प्रणाली’, ‘होमलैंड सिक्योरिटी एंड साइबर सिक्योरिटी’, ‘भविष्यगामी प्रौद्योगिकी’, ‘मिसाइल सिस्टम्स’, ‘ईओ एवं लेजर आधारित उत्पाद’, ‘आउटडोर प्रदर्श उत्पाद’ और इंडियन पेवेलियन शामिल होंगे। इसके अलावा, बीईएल अपने कुछ नए उत्पादों/प्रौद्योगिकियों को लॉन्च/प्रदर्शित करते हुए अपनी आर एंड डी क्षमताओं का भी प्रदर्शन करेगी।

‘वायु रक्षा और निगरानी’ के क्षेत्र में बीईएल के प्रदर्शन में हेक्साकॉप्टर, टेथर्ड यूएवी, रोबोटिक निगरानी और डी4 एंटी-ड्रोन सिस्टम शामिल होंगे। सी4I सिस्टम के क्षेत्र के प्रदर्शन में सी4I प्रौद्योगिकियां, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और नेविगेशनल कंसोल शामिल होंगे। साथ ही ‘गैर-रक्षा और विविधीकरण’ के उत्पादों और प्रणालियों की पूरी श्रृंखला भी प्रदर्शनी में होगी।

बीईएल अपने ‘रेडार सिस्टम’ का प्रदर्शन करेगी, जिसमें बैटल फील्ड शॉर्ट रेंज एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (बीएफएसआर-एईएसए) रेडार, एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रेडार, माउंटेन फायर कंट्रोल रडार, वेपन लोकेटिंग रेडार आदि शामिल होंगे। ‘संचार प्रणाली’ के क्षेत्र में बीईएल के प्रदर्शन में उच्च क्षमता वाले रेडियो रिले, मैनपैक हाई फ्रीक्वेंसी सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो (एसडीआर), प्वाइंट टू मल्टी प्वाइंट रेडियो, एसडीआर हैंड हेल्ड नेवल संस्करण और कई अन्य उत्पाद शामिल होंगे।

इस प्रदर्शनी में अन्य ‘भविष्यगामी प्रौद्योकियों’ में ऑटोमैटिक डिपेंडेंट सर्विलांस-ब्रॉडकास्ट सिस्टम, पोजिशन इंडिकेटर – G3I, हैंड-हेल्ड इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम, एक्सटेंडेड सी-बैंड ब्लॉक अप-कन्वर्टर, मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट (एक एनक्लोशर में 15 प्रकार) आदि शामिल हैं। बीईएल के आउटडोर डिस्प्ले का मुख्य आकर्षण हेक्साकॉप्टर, टिथर्ड यूएवी, यूएवी का समूह, रोबोटिक निगरानी प्लेटफॉर्म, एचएलएस सीआईबीएमएस, बीएफएसआर एईएसए, एफएमसीडब्ल्यू आधारित डीडीआर, हाइड्रोजन आधारित स्कूटर और प्लेटफॉर्म के साथ अल्ट्रा लाइट वेट एनक्लोजर होंगे।

इन अत्याधुनिक उपकरणों का पूरा सेट किसी भी रक्षा बल और नागरी आवश्यकताओं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।

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बीईएल के ई.वी. चार्जिंग स्टेशन से सरकार के हरित ऊर्जा मिशन को गति मिली

बीईएल को 4 हाइवे / एक्सप्रेसवे में ई.वी. चार्जिंग अवसंरचना स्थापित करने का कार्य सौंपा गया

बेंगलूरु / पंचकूला, 11 अक्तूबर, 2022 – भारत सरकार के हरित ऊर्जा अभियान को आगे बढ़ाने के लिए, नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने महारत्न पीएसयू हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) के सहयोग से चंडीगढ़-शिमला हाइवे में पिंजोर के पास अमरावती एनक्लेव में एचपीसीएल रीटेल आउटलेट पर तेज इलेक्ट्रिक वाहन (ई.वी.) चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया है। इस चार्जिंग स्टेशन में सीसीएस-2 प्रोटोकाल के 25 कि.वॉ. प्रत्येक के दो गन हैं।

श्री दिनेश कुमार बत्रा, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, बीईएल ने श्री देबाशीस चक्रवर्ती, मुख्य महाप्रबंधक, एचपीसीएल, श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), बीईएल, श्रीमती प्रभा गोयल, महाप्रबंधक (पंचकूला), बीईएल और बीईएल तथा एचपीसीएल की वरिष्ठ प्रबंधन टीमों के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में इस नई सुविधा का उद्घाटन किया।

बीईएल की पंचकूला यूनिट कार्बन फुटप्रिंट और ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करने के लिए भारत की वैश्विक प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए कार्य कर रही है जिसके कारण जीवाष्म ईंधन के आयात में कटौती की जाएगी। बीईएल ने शहरों और हाइवे में ईवी चार्जिंग अवसंरचना तैयार करने के अलावा, ईवी के धीमे और तेज चार्जर स्वदेशी रूप से विकसित किया है। भारी उद्योग मंत्रालय ने चार हाइवे / एक्सप्रेसवे में ईवी चार्जिंग अवसंरचना स्थापित करने का कार्य बीईएल को सौंपा है।

रक्षा क्षेत्र बीईएल का प्रमुख कारोबार है और जो पारंपरिक रूप से कंपनी के वार्षिक बिक्री राजस्व का लगभग 80% योगदान देते आ रहा है। हालांकि बीईएल संबंधित गैर-रक्षा क्षेत्रों में लगातार विविधीकरण करती आ रही है जिनमें इलेक्ट्रिक वाहनों (लियॉन और ईंधन सेल, चार्जिंग स्टेशन आदि) के लिए ऊर्जा भंडारण उत्पाद भी शामिल है।

“बीईएल एक पर्यावरण-हितैषी कंपनी के रूप में जानी जाती है। देश भर में फैली हमारी सभी यूनिटों में स्वच्छ और हरित परिसर हैं। बीईएल के कैप्टिव सोलार और पवन ऊर्जा संयंत्रों से प्राप्त अक्षय ऊर्जा से हमारी कुल ऊर्जा खपत की लगभग 49.36 प्रतिशत ज़रूरत पूरी होती है। बीईएल गैर-रक्षा के अनेक क्षेत्रों में विविधीकरण कर रही है और ऊर्जा भंडारण उत्पाद एक ऐसा क्षेत्र हैं जिसमें हम विशेष ध्यान दे रहे हैं। हम सरकार के हरित ऊर्जा मिशन का पूरा समर्थन करते हैं और इस ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना इस दिशा में एक और कदम है,” श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी, बीईएल ने कहा।

“एचपीसीएल स्वच्छ ऊर्जा खंड में अधिक मौजूदगी के साथ अपना कारोबारी क्षेत्र बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। हम अपने रीटेल आउटलेटों को बहु-ईंधन वाले आउटलेट बनाने पर काम कर रहे हैं ताकि ग्राहकों द्वारा जिस प्रकार का भी वाहन चलाने का निर्णय लिया जाए, उन्हें मोबालिटी के समाधान मिल सकें। भारत भर के हमारे 20,000 से अधिक आउटलेटों में 1,100 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशन पहले ही लगाए जा चुके हैं,” श्री देबाशीष चक्रवर्ती, मुख्य महाप्रबंधक, एचपीसीएल ने बताया।

बीईएल के बारे में – बीईएल रक्षा क्षेत्र में सैन्य संचार, रेडार, मिसाइल प्रणाली, नौसेना प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्धपद्धति एवं वैमानिकी, सी41 प्रणाली, इलेक्ट्रो ऑप्टिक, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स और गन/शस्त्र प्रणाली उन्नयन और इलेक्ट्रॉनिक्स फ्यूज उत्पादों के क्षेत्र में बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी है। बीईएल के गैर-रक्षा कारोबार क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन, गृहभूमि सुरक्षा एवं स्मार्ट सिटी, सौर, सैटेलाइट एकीकरण और अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे, कृत्रिम बुद्धि, साइबर सुरक्षा, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद और कंपोजिट शेल्टर और मास्ट शामिल हैं।

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श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी एवं निदेशक (वित्त) बीईएल ने ‘इन्नोवेटिव सीएफओ ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीता

बेंगलूरु / मुंबई29 सितंबर, 2022 नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और निदेशक (वित्त) एंड सीएफओ श्री दिनेश कुमार बत्रा को आज मुंबई में आयोजित “द बिज़नेस लीडरशिप अवार्ड” के दूसरे संस्करण में “इन्नोवेटिव सीएफओ अवार्ड” प्रदान किया गया। श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बॉलीवुड अभिनेत्री उदिता गोस्वामी से यह पुरस्कार प्राप्त किया।

श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बीईएल में अभूतपूर्व परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  कंपनी में उनके सबसे उल्लेखनीय योगदान में शेयरधारकों की संपत्ति में वृद्धि, बीईएल को 80,000 करोड़ रुपये (सीएफओ के रूप में कार्यभार संभालने के समय 24,000 करोड़ रुपये से) के ऐतिहासिक बाजार पूंजीकरण के आंकड़े को पार करने वाला पहला रक्षा सार्वजनिक उपक्रम बनाना और अब तक के सर्वाधिक 450% लाभांश की घोषणा शामिल है। उन्होंने कंपनी की प्राधिकृत पूंजी को तीन गुना बढ़ाकर 750 करोड़ रुपये करने और 2:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने के लिए मंडल, प्रशासनिक मंत्रालय और शेयरधारकों की मंजूरी को सुकर बनाया।

वैश्विक महामारी, दुनिया भर में सेमीकंडक्टरों की कमी और कड़ी प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, श्री बत्रा के नेतृत्व में, बीईएल ने वित्त वर्ष 2022 में अब तक का सर्वोच्च 15,044 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9% की वृद्धि है। इसके कारण हितधारकों का विश्वास बढ़ा, जिसके परिणामस्वरूप सभी निर्माणी पीएसयू में बीईएल के शेयर मूल्य का उच्चतम पीई अनुपात 29 हुआ।

श्री बत्रा ने आंतरिक उपार्जन से कार्यशील पूंजी की आवश्यकता और नई पूंजी अवसंरचना निवेश की आवश्यकता का प्रबंधन किया और बीईएल को ऋण-मुक्त रखा। उन्होंने प्रचालन से अब तक की सर्वोच्च नकदी प्राप्ति हासिल करने के लिए देनदारों के प्रबंधन के लिए बुनियादी सुधार लाए। कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए उन्होंने बीईएल में क्रांतिकारी पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  सीएफओ के रूप में, श्री बत्रा का लक्ष्य टॉपलाइन में 15 से 17% की वृद्धि सुनिश्चित करना रहा। उन्होंने कई गैर-रक्षा क्षेत्रों में बीईएल के विविधीकरण का समर्थन किया और अवसंरचना, जनशक्ति और प्रौद्योगिकी में निवेश के लिए निधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की।

श्री बत्रा नियमित रूप से हितधारकों के साथ भी बातचीत करते हैं और उन्होंने कारोबार में परिवर्तन लाने के लिए टीमों, संरचना और रणनीतियों को विकसित किया। उन्होंने बाजार पूंजीकरण के आधार पर देश की शीर्ष 100 सूचीबद्ध कंपनियों में बीईएल को 79वें स्थान पर पहुँचाने में मदद की।

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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने भारत सरकार को रु. 186.89 करोड़ का अंतिम लाभांश अदा किया

श्री दिनेश कुमार बत्रा, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार), नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक (राष्ट्रीय विपणन), बीईएल के साथ 28 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी को 150% अंतिम लाभांश स्वरूप भारत के राष्ट्रपति द्वारा धारित शेयरों पर देय रु. 1,86,89,60,967/- (रु. एक सौ छियासी करोड़ नवासी लाख साठ हज़ार नौ सौ सड़सठ रु. मात्र) का चैक प्रदान किया।

कंपनी ने फरवरी 2022 में 150% का पहले अंतरिम लाभांश (रु. 1 प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य पर) अदा किया था और 150% का दूसरा अंतरिम लाभांश (रु. 1 प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य पर) मार्च 2022 में अदा किया था। कंपनी ने इस तरह वर्ष 2021-22 के लिए अपनी चुकता पूंजी पर 450% का कुल लाभांश अदा किया है।

Photo caption: श्री दिनेश कुमार बत्रा, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार), बीईएल (बाएं से दूसरे) श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक (राष्ट्रीय विपणन), बीईएल (बाएं से तीसरे) के साथ 28 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी को 150% अंतिम लाभांश स्वरूप भारत के राष्ट्रपति द्वारा धारित शेयरों पर देय रु. 1,86,89,60,967/- (रु. एक सौ छियासी करोड़ नवासी लाख साठ हज़ार नौ सौ सड़सठ रु. मात्र) का चैक प्रदान करते हुए। साथ में हैं (बाएं से दाएं) संयुक्त सचिव (पी एंड सी), अतिरिक्त प्रभार के साथ श्री अनुराग बाजपेई, आईएफएस, संयुक्त सचिव (डीआईपी); डॉ अजय कुमार, भाप्रसे, रक्षा सचिव और श्री संजय जाजू, भाप्रसे, एएसडीपी, रक्षा मंत्रालय।

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श्री मनोज जैन ने बीईएल के निदेशक (आर एंड डी) का कार्यभार संभाला

बेंगलूरु, 27 सितंबर, 2022 – श्री मनोज जैन ने 26 सितंबर, 2022 को नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के निदेशक (आर एंड डी) का कार्यभार संभाला। इस पदोन्नति से पहले वे बीईएल के बेंगलूरु कॉमप्लेक्स के इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एवं एवियोनिक्स एसबीयू के महाप्रबंधक थे।

श्री मनोज जैन ने आरईसी जयपुर (एमएनआईटी) से स्वर्ण पदक के साथ बीई (इलेक्ट्रॉनिक्स) पूरा करने के बाद अगस्त 1991 में परिवीक्षाधीन इंजीनियर के पद पर बीईएल में कार्यग्रहण किया। तीन दशकों से अधिक के अनुकरणीय करियर में, उन्होंने अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

बीईएल की कोटद्वार यूनिट में डी एंड ई में अपने प्रारंभिक वर्षों के दौरान, श्री मनोज जैन ने डिजिटल मल्टीप्लेक्सर्स, क्रॉस कनेक्ट्स, सीडीओटी एक्सचेंजों और सैन्य स्विचों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1999 में, उनका स्थानांतरण बीईएल की केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला, बेंगलूरु किया गया जहां उन्होंने रक्षा नेटवर्क और नेटवर्क व थोक सुरक्षा समाधानों के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास कार्य किया। बीईएल के प्रमुख व्यवसायों में से एक, रेडार के क्षेत्र में, वे वीईएक्सटी, स्कैन कन्वर्टर और एफपीजीए के उपयोग वाले डिस्प्ले के विकास में शामिल थे।

श्री मनोज जैन ने दिसंबर 2017 से मई 2019 तक सभी तकनीकी क्षेत्रों में तकनीकी विकास की देखरेख करते हुए सीआरएल-बेंगलूरु के मुख्य वैज्ञानिक के रूप में अपनी सेवाएं दी। जून 2019 में उन्होंने बीईएल के उत्पाद विकास और नवाचार केंद्र (पीडी एंड आईसी) के महाप्रबंधक का पदभार संभाला। यहां उनके दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान, पीडी एंड आईसी ने बीईएल के लिए आवश्यक कई नए उत्पादों / उप-प्रणालियों को विकसित किया और इस प्रकार नवाचार और मूल्यवर्धन सुनिश्चित किया, जिससे आत्मनिर्भरता हासिल हुई।

श्री मनोज जैन जून 2021 में बीईएल, बेंगलूरु के इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एंड एवियोनिक्स एसबीयू के महाप्रबंधक और प्रमुख बने। इस एसबीयू के सभी व्यावसायिक कार्यों की देखरेख के अलावा, उन्होंने इस व्यवसाय के लिए अत्यावश्यक दूरदृष्टि प्रदान की।

श्री मनोज जैन को विभिन्न अनुसंधान एवं विकास पुरस्कार, प्रमुख योगदानकर्ता पुरस्कार, रक्षा मंत्री पुरस्कार और सोडेट के पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्होंने अनेक तकनीकी पत्र प्रकाशित किए हैं, कई पेटेंट का आवेदन किया है और रक्षा प्रयोगकर्ताओं और डीआरडीओ के लिए अनेक व्याख्यान दिए हैं।

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बीईएल मध्य पूर्व में संभावित निवेशकों तक पहुंचता है

बेंगलूरु, सितंबर 14, 2022- नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) दिनांक 12 से 15 सितंबर, 2022 तक निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) और रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के तत्वावधान में मध्य पूर्व (दुबई और अबू धाबी) में आयोजित निवेशक आउटरीच कार्यक्रम में भाग ले रहा है। श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी, निदेशक (वित्त) और सीएफओ, दुबई और अबू धाबी में संभावित निवेशकों के लिए प्रस्तुतीकरण कर रहे हैं कि उन्हें बीईएल में निवेश क्यों करना चाहिए।

श्री बत्रा ने निवेशकों के साथ साझा किया कि बीईएल के पास एक मजबूत आदेश बही है और पिछले 3 वर्षों में लाभ में लगातार वृद्धि दिखा रहा है; बीईएल आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसी भारत सरकार की विभिन्न स्वदेशीकरण पहलों में सक्रिय रहा है, जिनमें अच्छी कारोबारी क्षमता है; बीईएल एक अनुसंधान एवं विकास और प्रौद्योगिकी संचालित कंपनी है जो प्रमुख रक्षा प्रणालियों, उत्पादों / समाधानों का निर्माण करती है; और कंपनी के पास विश्व स्तरीय विनिर्माण अवसंरचना है।

उन्होंने बताया कि बीईएल की एएए (स्टेबल – लंबी अवधि) और ए1+ (अल्पावधि) की आईसीआरए क्रेडिट रेटिंग है; राजस्व और लाभप्रदता के मामले में लगातार प्रदर्शन, एक मजबूत तुलन-पत्र, शून्य ऋण, सकारात्मक नकदी प्रवाह और हर वर्ष शेयरधारकों को उच्च लाभांश प्रदान करता है। बीईएल द्वारा अगस्त 2022 में 2:1 के अनुपात में बोनस शेयरों की घोषणा की गई थी। श्री बत्रा ने निवेशकों को बताया कि बीईएल का मार्केट कैप पिछले वर्ष 6,050 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 10,100 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है।

बीईएल ने शस्त्र और गोला-बारूद, सीकर्स और मिसाइल, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा और मानव रहित प्रणाली, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे / मेट्रो / एयरपोर्ट समाधान, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स और सिस्टम, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, वैकल्पिक ऊर्जा समाधान, सुरक्षित संचार समाधान और सॉफ्टवेयर में विविधता लाई है।

इस निवेशक आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य उन्हें समग्र भारत की विकास कहानी और संभावित संस्थागत और उच्च मूल्य वाले निवेशकों के लिए रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों के आकर्षण से परिचित कराना है। रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी पहलों ने जीवंतता पैदा की है और बीईएल को न केवल स्वदेशी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की है बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पेशकशों को बढ़ाने में मदद की है।

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कोटा संगोष्ठी में बीईएल ने एमएसएमई के साथ साझेदारी का उत्सव मनाया

कोटा, 12 सितंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने 11 और 12 सितंबर, 2022 को दशहरा मैदान, कोटा, राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय रक्षा एमएसएमई संगोष्ठी और प्रदर्शनी में भाग लिया जिसे सोसायटी ऑफ इंडियन मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम) के सहयोग से रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया है। इस संगोष्ठी में भारतीय रक्षा क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया जिसने सशक्त बलों को सशक्त बनाया और विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

बीईएल ने स्वदेशीकरण के अपने प्रयासों को प्रदर्शित किया और इस मंच में एमएसएमई के साथ अपनी साझेदारी का उत्सव मनाया। माननीय लोक सभा अध्यक्ष, श्री ओम बिरला ने इस संगोष्ठी का उद्घाटन किया। श्री अजय भट्ट, माननीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री और श्री संजय जाजू, अपर सचिव (रक्षा उत्पादन) एवं सीईओ, डिफेंस इन्नोवेशन ऑर्गेनाइज़ेशन (डीआईओ), रक्षा मंत्रालय ने संगोष्ठी का दौरा किया, स्वदेशीकरण में बीईएल के प्रयासों को देखा और आत्मनिर्भर भारत तथा मेक इन इंडिया के समर्थन में एमएसएमई को शामिल करने के लिए बीईएल की सराहना की। संगोष्ठी में बीईएल की टीम का नेतृत्व श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक (राष्ट्रीय विपणन) और श्री मनोज जैन, ओएसडी ने किया।

बीईएल के अधिकारियों ने स्थानीय एमएसएमई उद्यमियों के साथ बातचीत जो बीईएल के साथ साझेदारी करने के उत्सुक थे। उन्हें विक्रेता पंजीकरण की प्रक्रिया और एमएसएमई के लिए उपलब्ध स्वदेशीकरण के अवसरों के बारे में समझाया गया। आवश्यकताओं को समझाने और बीईएल में उपलब्ध सुविधाओं को देखने के लिए, एमएसएमई पूर्तिकर्ताओं को देश भर में स्थित बीईएल के कारखानों का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया गया। इसके बाद बीईएल के साथ उनकी साझेदारी सुकर बनाने के लिए बीईएल के अधिकारी एमएसएमई पूर्तिकर्ताओं के स्थलों का दौरा करेंगे।

इस संगोष्ठी में विद्यार्थियों, रक्षा क्षेत्र में रुचि रखने वाले व्यक्तियों और आम जनता ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।

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बीईएल ने इंटीग्रेटेड एंटी-सबमैरीन वारफेर सिस्टम (आईएसी एमओडी ‘सी’) की आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के साथ रु. 250 करोड़ के संविदा पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु / नई दिल्ली, 22 जुलाई, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने कल नौ इंटीग्रेटेड एएसडबल्यू कॉमप्लेक्स (आईएसी) एमओडी ‘सी’ सिस्टमों की आपूर्ति के लिए, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के साथ लगभग रु. 250 करोड़ मूल्य की संविदा पर हस्ताक्षर किया। आईएसी एमओडी ‘सी’ भारतीय नौसेना की सभी प्रकार के सतही जहाजों के लिए एक इंटीग्रेटेड एंटी-सबमैरीन वारफेर (एएसडबल्यू) सिस्टम है।

आईएसी एमओडी ‘सी’ फायर कंट्रोल समाधानों का परिगणन करता है और टॉरपीडो और रॉकेट जैसे एएसडबल्यू शस्त्रों की फायरिंग आसान बनाता है। इस फायर कंट्रोल सिस्टम को किसी भी वांछित प्लेटफार्म – छोटे जहाजों से लेकर बड़े जहाजों के विन्यास तक, की ज़रूरतों को पूरा किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, यह सिस्टम डिकॉय लांचिंग प्रणाली द्वारा आने वाले टॉरपीडो के लिए काउंटर मीज़र क्षमता सुलभ बनाता है। आईएसी एमओडी ‘सी’ का स्वदेशी विकास बीईएल द्वारा माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच के अनुरूप, डीआरडीओ की सहायता से किया गया है।

बीईएल के बारे में – बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी और बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी है जो रक्षा खंड में सैन्य संचार, रेडार, मिसाइल सिस्टम, नौसैनिक सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वारफेर एवं वैमानिकी, सी4आई सिस्टम, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स और गन / शस्त्र सिस्टम के अपग्रेड और इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ के क्षेत्रों में उत्पाद और सेवाएं प्रस्तुत करती है। बीईएल के गैर-रक्षा खंड में ईवीएम, होमलैंड सेक्योरिटी और स्मार्ट सिटी, सोलार, उपग्रह एकीकरण और अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेल्वे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सायबर सेक्योरिटी, सेवा साफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद और कंपोज़िट शेल्टर और मास्ट शामिल हैं।

चित्र परिचय – बीईएल और रक्षा मंत्रालय के बीच हस्ताक्षरित इंटीग्रेटेड एएसडबल्यू कॉमप्लेक्स (आईएसी) एमओडी ‘सी’ सिस्टम की संविदा श्री आर एस कुटियाल, अपर महाप्रबंधक (राष्ट्रीय विपणन-नेवी), बीईएल को सौंपते हुए कमोडोर नेल्सन डिसूजा, एनएम, पीडीडबल्यूई/एनएचक्यू।

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बीईएल ने 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया

रक्षा पीएसयू, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने आज वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बीईएल की यूनिटों और कार्यालयों में बड़े पैमाने पर 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने योग गुरुओं के नेतृत्व में प्रातः काल योग सत्रों में बड़ी संख्या में भाग लिया।

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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड पांचवी पीढ़ी के एएमसीए पर एडीई और एडीए के साथ मिलकर काम करेगा।

इस वर्ष के आरंभ में एडीई में एक नई उड़ान नियंत्रण प्रणाली (एफसीएस) एकीकरण सुविधा का निर्माण किया गया था। यह सुविधा एएमसीए के लिए एवियोनिक्स और एफसीएस विकसित करने हेतु अनुसंधान एवं विकास संबंधी कार्यकलापों में मदद करेगी। (एक्सप्रेस फाइल फोटो) रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) पांचवीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण उप-प्रणालियों के विकास पर एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (एडीई) और एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) के साथ मिलकर काम करेगी।

“हम एएमसीए की महत्वपूर्ण उप-प्रणालियों के विकास के लिए एडीई और एडीए के साथ मिलकर काम करेंगे। बीईएल इस कार्यक्रम में लगी हुई है। हमें किसी भी देश द्वारा डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (डीएफसीसी) नहीं दिए जाएंगे। एएमसीए के विकास में कुछ समय लगेगा। कई परीक्षण किए जाएंगे। हम डीएफसीसी के विकास को पूरा करने के लिए कोई समय सीमा नहीं दे सकते हैं। “बीईएल के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा। एएमसीए स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू है और ये विनिर्देश गोपनीयता, आंतरिक हथियार, सुपर क्रूज, सर्पीन एयर इनटेक आदि जैसी विशेषताओं के साथ पांचवीं पीढ़ी की विमान प्रौद्योगिकी के अनुरूप हैं।

इस वर्ष मार्च में, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर. माधवन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एएमसीए कार्यक्रम ने प्रारंभिक डिज़ाइन चरण पूरा कर लिया है और विस्तृत डिज़ाइन चरण की शुरुआत की गई है। इन प्रोटोटाइप का निर्माण डीआरडीओ, एचएएल और निजी खिलाड़ियों को शामिल करते हुए एसपीवी मॉडल के माध्यम से करने की योजना है। इस वर्ष की शुरुआत में एडीई में एक नई उड़ान नियंत्रण प्रणाली (एफसीएस) एकीकरण सुविधा का निर्माण किया गया था। यह सुविधा एविओनिक्स और एफ़सीएस के विकास के लिए अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) कार्यों में मदद करेगी।

दिसंबर 2021 में, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस एमके 1ए प्रोग्राम को हाथ में एक शॉट मिला क्योंकि बीईएल को लड़ाकू विमान पर फिट करने के लिए 20 प्रकार के एयरबोर्न इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के निर्माण और आपूर्ति के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से 2,400 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला। 2023 से 2028 तक के पांच वर्षों के आदेश में डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटरों, एयर डेटा कंप्यूटरों, वेपन कंप्यूटरों, रडार चेतावनी रिसीवर (आरडब्ल्यूआर) और हेड अप डिस्प्ले से संबंधित एलआरयू की आपूर्ति शामिल है।

एलआरयू को एडीए, एडीई, कॉम्बैट एयरक्राफ्ट सिस्टम डेवलपमेंट एंड इंटीग्रेशन सेंटर (सीएएसडीआईसी) और केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (सीएसआईओ) द्वारा स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और विकसित किया गया है।