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बीईएल ने बॉश ग्लोबल साफ्टवेयर टेक्नालॉजीस प्रा. लि. के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

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बेंगलूरु, 3 नवंबर, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने ई-गवर्नेंस, ईआरपी और क्लाउड सॉल्यूशन के क्षेत्र की परियोजनाओं को संयुक्त रूप से कार्यान्वित करने के लिए बॉश ग्लोबल साफ्टवेयर टेक्नालॉजीस प्रा. लि. (बीजीएसडबल्यू) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।

श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल, श्री राघवेन्द्र राव के, वरिष्ठ महाप्रबंधक, बीजीएसडबल्यू और श्री वीरा रेड्डी डी, प्रमुख, गवर्नमेंट और कार्पोरेट संबंध, बीजीएसडबल्यू ने श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक, बीईएल तथा बीईएल और बीजीएसडबल्यू के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में डिफेक्सपो 2022 में बीईएल और बीजीएसडबल्यू के बीच हस्ताक्षरित एमओयू दस्तावेज का आदान-प्रदान किया।

बॉश ग्लोबल साफ्टवेयर टेक्नालॉजीस प्राइवेट लिमिटेड के बारे में

बॉश ग्लोबल साफ्टवेयर टेक्नालॉजीस, जिसे पहले रॉबर्ट बॉश इंजीनियरिंग एंड बिज़नेस सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, रॉबर्ट बॉश जीएमबीएच की 100% स्वामित्व की सहायक कंपनी है जो प्रौद्योगिकी और सेवाएं प्रदान करने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनी है जो संपूर्ण इंजीनियरी, आईटी और व्यवसाय समाधान प्रस्तुत करती है। 23,000 एसोसिएट के साथ यह जर्मनी के बाहर बॉश का सबसे बड़ा साफ्टवेयर विकास केंद्र है जो यह दर्शाता है कि दुनिया भर में और यू.एस., यूरोप और एशिया पैसिफिक क्षेत्र में अपनी मौजूदगी के साथ भारत में यह बॉश का प्रौद्योगिकी पावरहाउस है। बॉश में संपूर्ण समाधान प्रस्तुत करने की बेजोड़ क्षमता है जो व्यवसाय को पारंपरिक माध्यम से डिज़िटल माध्यम में ले जाने में सक्षम बनाने के लिए सेन्सरों, साफ्टवेयर और सेवाओं को जोड़ता है या अपने उत्पादों व प्रक्रियाओं में डिज़िटल तत्व शामिल करते हुए व्यवसाय में सुधार लाता है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। इन वर्षों में बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैर-रक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बी-रोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैर-रक्षा क्षेत्रों में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोला-बारूद, सीकर और मिसिल, मानव-रहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

Photo caption: डिफेक्सपो 2022 में श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक, बीईएल तथा बीईएल और बीजीएसडबल्यू के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बीईएल और बीजीएसडबल्यू के बीच हस्ताक्षरित एमओयू दस्तावेज का आदान-प्रदान करते हुए श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), बीईएल, श्री राघवेन्द्र राव के, वरिष्ठ महाप्रबंधक, बीजीएसडबल्यू और श्री वीरा रेड्डी डी, प्रमुख, गवर्नमेंट और कार्पोरेट संबंध, बीजीएसडबल्यू।

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बीईएल द्वारा सरकारी अस्पताल, हल्द्वानी में कार्डियक कैथ लैब स्थापित किया गया

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बेंगलूरु, 31 अक्टूबर, 2022: एक राहत के रूप में, न केवल कुमाऊं क्षेत्र के स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे उत्तराखंड राज्य और उत्तर प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों के लिए, नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) अपनी सीएसआर गतिविधियों के तहत डॉ. सुशीला तिवारी सरकारी अस्पताल, हल्द्वानी, नैनीताल में एक कार्डिएक कैथ लैब की स्थापना कर रहा है। कैथेराइजेशन लैबोरेटरी या कैथ लैब, जो रू. 9 करोड़ की अनुमानित लागत से बीईएल द्वारा स्थापित की जाएगी, उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला होगी, जो इस क्षेत्र में वर्तमान में मौजूद शून्य को पूरा करेगी और पूरे राज्य, समाज के कमजोर वर्गों के रोगियों को लाभान्वित करेगी। कैथेटराइजेशन प्रयोगशाला या कैथ लैब, एक जांच कक्ष है जहां हृदय संबंधी बीमारियों का निदान और उपचार करने के लिए न्यूनतम इनवेसिव परीक्षण और प्रक्रियाएं की जाती हैं। यह प्रक्रिया हृदय और रक्त वाहिकाओं तक पहुंच के लिए सर्जरी का एक विकल्प हो सकती है। कैथ लैब कोरोनरी धमनी बीमारी, दिल के दौरे, सीने में दर्द, कंजेस्टिव दिल की विफलता, परिधीय (अंग) संवहनी बीमारी, पल्मोनरी हाइपरटेंशन और यहां तक कि पल्मोनरी एम्बोलिज्म, जिसे रक्त के थक्के के रूप में भी जाना जाता है, का निदान और उपचार करने के लिए दिल की बीमारियों के उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। डॉ. सुशीला तिवारी सरकारी अस्पताल कैथ लैब को रखने के लिए कैजुअल्टी, ब्लड बैंक, एसएमआरआई, बायोकैमिकल लैबोरेटरीज आदि जैसे बैकअप के साथ अच्छी तरह से सुसज्जित है। सामाजिक विकास को बढ़ावा देने में रक्षा पीएसयू के बीच बीईएल एक अग्रदूत रही है। एक कार्पोरेट स्वत्व के रूप में, बीईएल सीएसआर के माध्यम से संचालित समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास में सक्रिय रूप से भाग लेती है। बीईएल की सीएसआर गतिविधियों का उद्देश्य समावेशी विकास, समग्र सामुदायिक विकास और वंचित और वंचित वर्गों के सशक्तीकरण है।

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बीईएल ने ई.टी. आइकोनिक ब्रांड ऑफ इंडिया– 2022 का पुरस्कार जीता

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प्रतिष्ठित संगठन कई हो सकते हैं, लेकिन बहुमूल्य ब्रांड वाले संगठन कुछ ही होते हैं जिनके नाम इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखे जाते हैं।

नवरत्न रक्षा पीएसयू जिसने भारत के रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स की नियति को आकार दिया, की आइकोनिक ब्रांड छवि को देश के अग्रणी समाचार पत्र ने मान्यता प्रदान की जब 29 अक्तूबर, 2022 को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) को “दि एकानॉमिक टाइम्स – आइकोनिक ब्रांड ऑफ इंडिया पुरस्कार -2022” प्रदान किया गया। नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक तथा निदेशक (वित्त) एवं सीएफओ श्री दिनेश कुमार बत्रा ने मुंबई में आयोजित पुरस्कार समारोह में कंपनी की ओर से यह पुरस्कार श्री मंगल प्रभात लोढ़ा, माननीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, कौशल, रोजगार, उद्यमिता, नवाचार मंत्रालय तथा पर्यटन मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार के करकमलों से ग्रहण किया।

रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दूरदृष्टि से प्रेरित होकर, वर्ष 1954 में रक्षा मंत्रालय के अधीन, भारत सरकार द्वारा बीईएल की स्थापना की गई थी। हिमालय का बर्फानी तूफान हो, अरब सागर का नमकीन पानी हो या थार मरुस्थल का तपाने वाला तापमान हो, बीईएल ऐसे अत्याधुनिक उत्पाद और प्रणालियों की डिज़ाइन, निर्माण और आपूर्ति करती है जो चरम परिस्थितियों में बेहतरीन काम करने वाले होते हैं और भारतीय सशस्त्र बलों के सटीक मानकों को पूरा करता हैं। बीईएल की छवि के साथ एक और महत्वपूर्ण बात ग्राहकों द्वारा उस पर किया जाने वाला पूरा भरोसा है। बीईएल द्वारा अपने उत्पादों के लिए ग्राहकों को प्रदान की जा रहा आजीवन समर्थन भी इसमें उल्लेखनीय भूमिका निभाता है।

आज रक्षा कारोबार में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो बीईएल के लिए अछूता है – रेडार, मिसाइल प्रणालियां, सैन्य संचार, नौसैनिक प्रणालियां, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और एवियोनिक्स, सी4आई प्रणालियां, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स और गन / शस्त्र अपग्रेड, इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ जैसा कोई भी क्षेत्र लें, कंपनी ने इन सभी क्षेत्रों में सर्वोत्तम उत्पाद दिए हैं।

मुख्य कारोबार रक्षा क्षेत्र होने पर भी, बीईएल ने सोलर ट्रैफिक सिग्नल और इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन (ईवीएम) जैसे असैनिक उत्पादों से आम लोगों में अपनी मौजूदगी महसूस कराई है। कोविड-19 की वैश्विक महामारी से लड़ते समय जब देश को इसकी सेवाओं की सबसे अधिक ज़रूरत थी, तब बीईएल ने भारत सरकार की मदद करने के लिए रिकार्ड समय में 30,000 आईसीयू वेन्टिलेटरों का सफल निर्माण किया।

सभी अच्छे ब्रांड यूं ही नहीं विकसित होते हैं। वे धीरे-धीरे विकसित होते हैं। बीईएल भी पिछले सात दशकों से लगातार विकसित होती आ रही है और बदलते समय के साथ-साथ, संबंधित गैर-रक्षा क्षेत्रों में विविधीकरण करने का प्रयास करती आ रही है। गैर-रक्षा क्षेत्र में बीईएल जिन क्षेत्रों में ध्यान दे रही है उनमें नागरी विमानन क्षेत्र, ड्रोण-रोधी प्रणालियां, मानवरहित प्रणालियां, उपग्रह असेंबली और एकीकरण, सोलार कारोबार, रेलवे और मेट्रो समाधान, सेवा के रूप में साफ्टवेयर, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऊर्जा भंडारण उत्पाद (लियॉन और फ्यूल सेल, चार्जिंग स्टेशन आदि), होमलैंड सुरक्षा और स्मार्ट सिटी कारोबार, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक और स्वास्थ्य देखभाल समाधानों की श्रृंखला, कृत्रिम आसूचना, कंपोज़िट शेल्टर और मास्ट आदि समाधान शामिल हैं।

बीईएल भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को आगे बढ़ाते हुए आत्मनिर्भरता के अपने सपने को साकार करने में लगी है। अपनी आर एंड डी स्थापना को बढ़ाने के अलावा, सहयोगात्मक आर एंड डी में कंपनी द्वारा किए जा रहे प्रयास हों, भारतीय निजी उद्योगों और एमएसएमई से कार्य का बाह्यस्रोतण करने के प्रयास हों या बड़े मिसाइल प्रोग्राम पूरा करने के लिए सरकारी-निजी साझेदारी के लिए अभूतपूर्व निर्णय लेने हों, बीईएल यह सुनिश्चित करने का कोई कसर नहीं छोड़ रही है कि उसके प्रयास स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता के सरकार के बृहद लक्ष्य के अनुरूप हों। बीईएल दुनिया भर में निर्यात करने पर ज़ोर देने के लिए अपने हरसंभव प्रयास करते हुए अपनी वैश्विक मौजूदगी को तेजी से बढ़ा भी रही है।

रक्षा के लिए भारत सरकार की नई नीतियों में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के लिए समान अवसर प्रदान करने पर ज़ोर दिया जा रहा है। रक्षा क्षेत्र निजी कंपनियों के लिए खोले जाने के बावजूद, बीईएल लगभग 15% की दर से विकास करती आ रही है जिसका श्रेय इन प्रगतिवादी नीतियों को जाता है जिनके कारण बदलते कारोबारी परिदृश्य में भी प्रतिस्पर्धी तेजी बनाए रखने में मदद मिली है।

ब्रांड बीईएल का वादा है – “भूमि जल हो, या हो आसमान । वीर जवानों के साथ खड़े हरदम । अंधेरे में भी हम राह को रौशन करें।

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बीईएल ने वाईआईएल के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया

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बेंगलूरु, 14 नवंबर, 2022- नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारतीय रक्षा और निर्यात बाज़ारों की आवश्यकताओं को संयुक्त रूप से पूरा करने के लिए गोलाबारुद हार्डवेयर और मिलिटरी ग्रेड कंपोनेंट्स के क्षेत्र में सहयोग के लिए रक्षा पीएसयू यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

इस एमओयू का उद्देश्य बीईएल और वाईआईएल की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना और हथियारों और गोला-बारूद और संबंधित प्रणालियों के उत्पादन के लिए विनिर्माण और परीक्षण बुनियादी ढांचे / संसाधनों को साझा करना है ।

श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), जो वर्तमान में अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और निदेशक (विपणन), बीईएल के पद धारित करते हैं और श्री एस के यादव, निदेशक (प्रचालन), वाईआईएल ने श्री मनोज जैन, निदेशक (आर एंड डी), श्री जी सूर्यनारायण मूर्ति, जीएम (बीईएल-पुणे) और बीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एमओयू के हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान किया। 

वाईआईएल के बारे में

यंत्र इंडिया लिमिटेड भारत सरकार के स्वामित्व वाली रक्षा कंपनी है, जिसे 2021 में आयुध निर्माणियों को अनेक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में पुन:संरचित कर और निगमित कर स्थापित किया गया था। वाईआईएल की उत्पादन सुविधाएं आठ स्थानों पर हैं और यह मुख्य रूप से छोटे से उच्च क्षमता वाले गोला-बारूद, रॉकेट, बम, फ़्यूज़ आदि के लिए हार्डवेयर के निर्माण के लिए आवश्यक विशेष घटकों और उपकरणों का निर्माण करती हैं। यह विशेष ग्रेड स्टील और एल्यूमीनियम मिश्र धातु फोर्जिंग / कास्टिंग / एक्सट्रूज़न आदि का भी उत्पादन करती है।

बीईएल के बारे में

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) वर्ष 1954 में बेंगलूरु में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्थापित एक नवरत्न डीपीएसयू है जो भारतीय रक्षा सेवाओं की रणनीतिक ज़रूरतें पूरी करती है। वर्षों के दौरान बीईएल एक बहुउत्पाद, बहुप्रौद्योगिकी, बहुयूनिट वाली विशाल कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो व्यापक श्रृंखला के रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं और चयनित गैररक्षा उत्पादों की डिज़ाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन का कार्य करती है और भारत और विदेशों में ग्राहकों की ज़रूरतें पूरी करती है।

रक्षा क्षेत्र में बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल प्रणालियां, शस्त्र प्रणालियां, संचार, नेटवर्क केंद्रित प्रणालियां (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, वैमानिकी, पनडुब्बीरोधी युद्ध प्रणालियां और सोनार, इलेक्ट्रोऑप्टिकी, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, होमलैंड सुरक्षा, गन के अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मज़बूत मौजूदगी है। बीईएल ईवीएम, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण उत्पाद, स्मार्ट सिटी, जैमर, साफ्टवेयर आदि जैसे गैररक्षा बाज़ार में अपने समाधानों को विस्तारित करने का लगातार प्रयास करती आ रही है। इसके अलावा, बीईएल ने उभरते अवसरों का लाभ लेने के लिए हथियार और गोलाबारूद, सीकर और मिसाइल, मानवरहित प्रणालियां, नेटवर्क और सायबर सुरक्षा, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिकी, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी, ईवी, रेल्वे/मेट्रो और नागर विमानन में विविधीकरण किया है।

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बीईएल ने एमआईएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

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गांधीनगर, 18 अक्टूबर, 2022: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने आयुध, विस्फोटक और संबंधित प्रणालियों के क्षेत्रों में भारतीय रक्षा और निर्यात बाजारों की आवश्यकताओं को संयुक्त रूप से पूरा करने के लिए एक रक्षा पीएसयू, म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिट), बीईएल और श्री एस के राउत, निदेशक (संचालन), एमआईएल ने आज डेफएक्सपो में श्री रवि कांत, सीएमडी, श्री जॉयदीप मजूमदार, कार्यकारी निदेशक, बीईएल और एमआईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए बीईएल और एमआईएल की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना और भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल की भावना को मजबूत करना है। इस सहयोग से कंपनियां गोला-बारूद, विस्फोटक और संबंधित प्रणालियों और उप-प्रणालियों के क्षेत्रों में घरेलू और निर्यात के अवसरों को संयुक्त रूप से संबोधित करने में सक्षम होंगी।

एमआईएल के बारे में-एमआईएल रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के रक्षा उत्पादन विभाग के तहत एक डीपीएसयू है। भारत के सबसे बड़े निर्माता और बाजार प्रमुख, एमआईएल छोटे, मध्यम और उच्च क्षमता के गोला-बारूद, मोर्टार, रॉकेट, हैंड ग्रेनेड, उच्च विस्फोटक, प्रोपेलेंट, इनिशिएट्री कंपोजिशन आदि सहित विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद और विस्फोटकों के डिजाइन, विकास और निर्माण में लगे हुए हैं।

बीईएल के बारे में-इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों, प्रणालियों और सेवाओं के लिए भारतीय रक्षा सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए 1954 में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक नवरत्न डीपीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की स्थापना की गई। पिछले कुछ वर्षों में बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट कंपनी के रूप में विकसित हुई है जो रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, प्रणालियों, रणनीतिक घटकों, सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला के डिजाइन, विकास, निर्माण, आपूर्ति और समर्थन में लगी हुई है और भारत और विदेश में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए गैर-रक्षा उत्पादों का चयन करती है। बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल सिस्टम, वेपन सिस्टम, कम्युनिकेशन, नेटवर्क सेंट्रिक सिस्टम (सी4आई), इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, एवियोनिक्स, एंटी-सबमरीन वारफेयर सिस्टम और सोनार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, होमलैंड सिक्योरिटी, गन अपग्रेड, रणनीतिक घटक आदि में मजबूत उपस्थिति है।

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बीईएल और ट्राइटन इलेक्ट्रिक वाहन (टीईवी) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

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गांधीनगर, 18 अक्टूबर, 2022: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारतीय बाजार और पारस्परिक रूप से सहमत निर्यात बाजारों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टीईवी से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के साथ बीईएल द्वारा हाइड्रोजन ईंधन सेल के निर्माण के लिए ट्राइटन इलेक्ट्रिक वाहन (टीईवी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य परिवहन, ऊर्जा भंडारण आदि में अनुप्रयोगों के लिए स्वच्छ ऊर्जा ईंधन अपनाने हेतु भारत सरकार के जोर का लाभ उठाते हुए ई-मोबिलिटी सहित विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए स्वच्छ ऊर्जा समाधानों की मांग का दोहन करना है।

ट्राईटन इलेक्ट्रिक वाहन (टीईवी) के बारे में-ट्राईटन इलेक्ट्रिक वाहन एलएलसी, युवा और सबसे उद्यमी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी का मुख्यालय चेरी हिल, न्यू जर्सी-यूएसए में है, ने हाल ही में सर्वोत्तम-श्रेणी के बुनियादी ढांचे और विशेषज्ञता के साथ भारत में अपने आर एंड डी केंद्र और विनिर्माण सुविधा की स्थापना की है। कंपनी ने हाल ही में हाइड्रोजन चालित वाहनों में प्रवेश किया है और हाइड्रोजन-चालित दोपहिया, तीन-पहिया और बसों के निर्माण की यात्रा शुरू की है।

बीईएल के बारे में-इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, प्रणाली और सेवाओं के लिए भारतीय रक्षा सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक नवरत्न डीपीएसयू, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की स्थापना 1954 में बेंगलूरु में की गई थी। बीईएल की रेडार और फायर कंट्रोल सिस्टम, हथियार प्रणालियों, संचार आदि में मजबूत उपस्थिति है। बीईएल गैर-रक्षा डोमेन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा, ई-मोबिलिटी, स्मार्ट सिटी, जैमर और सॉफ्टवेयर आदि सहित ऊर्जा भंडारण उत्पादों के लिए अपने समाधानों का विस्तार करने के लिए लगातार प्रयास करती रही है। आगे बीईएल ने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और उभरते अवसरों को पूरा करने के लिए हथियार और गोलाबारूद, खोजी और मिसाइल, मानवरहित प्रणाली, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक्स, अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे/मेट्रो और नागरिक उड्डयन आदि में विविधीकरण किया है।

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बीईएल को मिला प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कार 2022

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बेंगलूरु, 14 अक्टूबर, 2022: आज (14 अक्टूबर, 2022) बेंगलूरु में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में बीईएल ने ‘सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा, रक्षा या कानून प्रवर्तन आईटी परियोजना’ के लिए क्वांटिक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कार 2022 प्राप्त किया। बीईएल की ओर से निदेशक (आर एंड डी) श्री मनोज जैन ने बीईएल टीम के साथ श्री सचिन एस राव, एमडी और सीईओ, आर्कॉन कंसल्टिंग सिस्टम से पुरस्कार प्राप्त किया। बीईएल ग्राहकों को विभेदित उत्पाद और समाधान प्रदान करने, स्वदेशीकरण सामग्री बढ़ाने और अपने सभी उत्पादों/प्रणालियों में मूल्य वर्धन बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों में लगातार निवेश कर रही है। वर्ष 2021-22 के दौरान टर्नओवर के प्रतिशत के रूप में आर एंड डी में बीईएल का कुल निवेश 6.95% था। स्वदेशी विकास की दिशा में बीईएल के निरंतर प्रयासों ने इसे स्वदेशी उत्पादों से अपने टर्नओवर का 78% प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, बीईएल ने एम्बेडेड सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, सॉफ्टवेयर, कम्युनिकेशन, रडार, नेटवर्क और कम्युनिकेशन आदि के क्षेत्रों में 137 आईपीआर (65 पेटेंट सहित) दर्ज किए। बीईएल ने सहयोगी आर एंड डी की दिशा में 303 साझेदारों को पैनल में शामिल किया है, जिसमें 40 आर एंड डी साझेदार, 192 डिज़ाइन सेवा प्रदाता, 38 परामर्शदाता और 39 उत्पादन सेवा प्रदाता शामिल हैं अधिक से अधिक परिणाम सुनिश्चित करने के लिए बीईएल के पास एक बहु-स्तरीय आर एंड डी संरचना है। इसमें केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला (सीआरएल), उत्पाद विकास एवं नवोन्मेष केंद्र (पीडीएंडआईसी), उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) और विकास एवं अभियांत्रिकी (डी एंड ई) समूह शामिल हैं जो सभी यूनिटों में एसबीयू से जुड़े हैं। सभी आर एंड डी केंद्र वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) पंजीकृत हैं, और तीन साल की आर एंड डी योजनाओं के आधार पर अभिचिह्नित प्रौद्योगिकी और उत्पाद क्षेत्रों पर काम करते हैं।

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बीईएल डिफेक्स्पो 2022 में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी

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बेंगलूरु, 12 अक्तूबर, 2022 – दिनांक 18 से 22 अक्तूबर तक गांधीनगर, गुजरात में आयोजित होने वाले डिफेक्सपो में बीईएल अपने कारोबार के सभी क्षेत्रों के अत्याधुनिक उत्पादों और प्रणालियों का प्रदर्शन करेगी।

डिफेक्सपो 2022 के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले उत्पादों और प्रणालियों में ‘वायु रक्षा और निगरानी’, ‘C4I सिस्टम’, ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता-आधारित उत्पाद’, ‘गैर-रक्षा और विविधीकरण उत्पाद’, ‘रेडार सिस्टम’, ‘संचार प्रणाली’, ‘एयरबोर्न उत्पाद एवं प्रणाली’, ‘होमलैंड सिक्योरिटी एंड साइबर सिक्योरिटी’, ‘भविष्यगामी प्रौद्योगिकी’, ‘मिसाइल सिस्टम्स’, ‘ईओ एवं लेजर आधारित उत्पाद’, ‘आउटडोर प्रदर्श उत्पाद’ और इंडियन पेवेलियन शामिल होंगे। इसके अलावा, बीईएल अपने कुछ नए उत्पादों/प्रौद्योगिकियों को लॉन्च/प्रदर्शित करते हुए अपनी आर एंड डी क्षमताओं का भी प्रदर्शन करेगी।

‘वायु रक्षा और निगरानी’ के क्षेत्र में बीईएल के प्रदर्शन में हेक्साकॉप्टर, टेथर्ड यूएवी, रोबोटिक निगरानी और डी4 एंटी-ड्रोन सिस्टम शामिल होंगे। सी4I सिस्टम के क्षेत्र के प्रदर्शन में सी4I प्रौद्योगिकियां, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और नेविगेशनल कंसोल शामिल होंगे। साथ ही ‘गैर-रक्षा और विविधीकरण’ के उत्पादों और प्रणालियों की पूरी श्रृंखला भी प्रदर्शनी में होगी।

बीईएल अपने ‘रेडार सिस्टम’ का प्रदर्शन करेगी, जिसमें बैटल फील्ड शॉर्ट रेंज एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (बीएफएसआर-एईएसए) रेडार, एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रेडार, माउंटेन फायर कंट्रोल रडार, वेपन लोकेटिंग रेडार आदि शामिल होंगे। ‘संचार प्रणाली’ के क्षेत्र में बीईएल के प्रदर्शन में उच्च क्षमता वाले रेडियो रिले, मैनपैक हाई फ्रीक्वेंसी सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो (एसडीआर), प्वाइंट टू मल्टी प्वाइंट रेडियो, एसडीआर हैंड हेल्ड नेवल संस्करण और कई अन्य उत्पाद शामिल होंगे।

इस प्रदर्शनी में अन्य ‘भविष्यगामी प्रौद्योकियों’ में ऑटोमैटिक डिपेंडेंट सर्विलांस-ब्रॉडकास्ट सिस्टम, पोजिशन इंडिकेटर – G3I, हैंड-हेल्ड इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम, एक्सटेंडेड सी-बैंड ब्लॉक अप-कन्वर्टर, मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट (एक एनक्लोशर में 15 प्रकार) आदि शामिल हैं। बीईएल के आउटडोर डिस्प्ले का मुख्य आकर्षण हेक्साकॉप्टर, टिथर्ड यूएवी, यूएवी का समूह, रोबोटिक निगरानी प्लेटफॉर्म, एचएलएस सीआईबीएमएस, बीएफएसआर एईएसए, एफएमसीडब्ल्यू आधारित डीडीआर, हाइड्रोजन आधारित स्कूटर और प्लेटफॉर्म के साथ अल्ट्रा लाइट वेट एनक्लोजर होंगे।

इन अत्याधुनिक उपकरणों का पूरा सेट किसी भी रक्षा बल और नागरी आवश्यकताओं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।

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प्रेस विज्ञप्ति

बीईएल के ई.वी. चार्जिंग स्टेशन से सरकार के हरित ऊर्जा मिशन को गति मिली

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बीईएल को 4 हाइवे / एक्सप्रेसवे में ई.वी. चार्जिंग अवसंरचना स्थापित करने का कार्य सौंपा गया

बेंगलूरु / पंचकूला, 11 अक्तूबर, 2022 – भारत सरकार के हरित ऊर्जा अभियान को आगे बढ़ाने के लिए, नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) ने महारत्न पीएसयू हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) के सहयोग से चंडीगढ़-शिमला हाइवे में पिंजोर के पास अमरावती एनक्लेव में एचपीसीएल रीटेल आउटलेट पर तेज इलेक्ट्रिक वाहन (ई.वी.) चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया है। इस चार्जिंग स्टेशन में सीसीएस-2 प्रोटोकाल के 25 कि.वॉ. प्रत्येक के दो गन हैं।

श्री दिनेश कुमार बत्रा, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, बीईएल ने श्री देबाशीस चक्रवर्ती, मुख्य महाप्रबंधक, एचपीसीएल, श्री भानु प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (अन्य यूनिटें), बीईएल, श्रीमती प्रभा गोयल, महाप्रबंधक (पंचकूला), बीईएल और बीईएल तथा एचपीसीएल की वरिष्ठ प्रबंधन टीमों के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में इस नई सुविधा का उद्घाटन किया।

बीईएल की पंचकूला यूनिट कार्बन फुटप्रिंट और ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करने के लिए भारत की वैश्विक प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए कार्य कर रही है जिसके कारण जीवाष्म ईंधन के आयात में कटौती की जाएगी। बीईएल ने शहरों और हाइवे में ईवी चार्जिंग अवसंरचना तैयार करने के अलावा, ईवी के धीमे और तेज चार्जर स्वदेशी रूप से विकसित किया है। भारी उद्योग मंत्रालय ने चार हाइवे / एक्सप्रेसवे में ईवी चार्जिंग अवसंरचना स्थापित करने का कार्य बीईएल को सौंपा है।

रक्षा क्षेत्र बीईएल का प्रमुख कारोबार है और जो पारंपरिक रूप से कंपनी के वार्षिक बिक्री राजस्व का लगभग 80% योगदान देते आ रहा है। हालांकि बीईएल संबंधित गैर-रक्षा क्षेत्रों में लगातार विविधीकरण करती आ रही है जिनमें इलेक्ट्रिक वाहनों (लियॉन और ईंधन सेल, चार्जिंग स्टेशन आदि) के लिए ऊर्जा भंडारण उत्पाद भी शामिल है।

“बीईएल एक पर्यावरण-हितैषी कंपनी के रूप में जानी जाती है। देश भर में फैली हमारी सभी यूनिटों में स्वच्छ और हरित परिसर हैं। बीईएल के कैप्टिव सोलार और पवन ऊर्जा संयंत्रों से प्राप्त अक्षय ऊर्जा से हमारी कुल ऊर्जा खपत की लगभग 49.36 प्रतिशत ज़रूरत पूरी होती है। बीईएल गैर-रक्षा के अनेक क्षेत्रों में विविधीकरण कर रही है और ऊर्जा भंडारण उत्पाद एक ऐसा क्षेत्र हैं जिसमें हम विशेष ध्यान दे रहे हैं। हम सरकार के हरित ऊर्जा मिशन का पूरा समर्थन करते हैं और इस ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना इस दिशा में एक और कदम है,” श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी, बीईएल ने कहा।

“एचपीसीएल स्वच्छ ऊर्जा खंड में अधिक मौजूदगी के साथ अपना कारोबारी क्षेत्र बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। हम अपने रीटेल आउटलेटों को बहु-ईंधन वाले आउटलेट बनाने पर काम कर रहे हैं ताकि ग्राहकों द्वारा जिस प्रकार का भी वाहन चलाने का निर्णय लिया जाए, उन्हें मोबालिटी के समाधान मिल सकें। भारत भर के हमारे 20,000 से अधिक आउटलेटों में 1,100 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशन पहले ही लगाए जा चुके हैं,” श्री देबाशीष चक्रवर्ती, मुख्य महाप्रबंधक, एचपीसीएल ने बताया।

बीईएल के बारे में – बीईएल रक्षा क्षेत्र में सैन्य संचार, रेडार, मिसाइल प्रणाली, नौसेना प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्धपद्धति एवं वैमानिकी, सी41 प्रणाली, इलेक्ट्रो ऑप्टिक, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स और गन/शस्त्र प्रणाली उन्नयन और इलेक्ट्रॉनिक्स फ्यूज उत्पादों के क्षेत्र में बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी है। बीईएल के गैर-रक्षा कारोबार क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन, गृहभूमि सुरक्षा एवं स्मार्ट सिटी, सौर, सैटेलाइट एकीकरण और अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे, कृत्रिम बुद्धि, साइबर सुरक्षा, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद और कंपोजिट शेल्टर और मास्ट शामिल हैं।

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श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी एवं निदेशक (वित्त) बीईएल ने ‘इन्नोवेटिव सीएफओ ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीता

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बेंगलूरु / मुंबई29 सितंबर, 2022 नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और निदेशक (वित्त) एंड सीएफओ श्री दिनेश कुमार बत्रा को आज मुंबई में आयोजित “द बिज़नेस लीडरशिप अवार्ड” के दूसरे संस्करण में “इन्नोवेटिव सीएफओ अवार्ड” प्रदान किया गया। श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बॉलीवुड अभिनेत्री उदिता गोस्वामी से यह पुरस्कार प्राप्त किया।

श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बीईएल में अभूतपूर्व परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  कंपनी में उनके सबसे उल्लेखनीय योगदान में शेयरधारकों की संपत्ति में वृद्धि, बीईएल को 80,000 करोड़ रुपये (सीएफओ के रूप में कार्यभार संभालने के समय 24,000 करोड़ रुपये से) के ऐतिहासिक बाजार पूंजीकरण के आंकड़े को पार करने वाला पहला रक्षा सार्वजनिक उपक्रम बनाना और अब तक के सर्वाधिक 450% लाभांश की घोषणा शामिल है। उन्होंने कंपनी की प्राधिकृत पूंजी को तीन गुना बढ़ाकर 750 करोड़ रुपये करने और 2:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने के लिए मंडल, प्रशासनिक मंत्रालय और शेयरधारकों की मंजूरी को सुकर बनाया।

वैश्विक महामारी, दुनिया भर में सेमीकंडक्टरों की कमी और कड़ी प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, श्री बत्रा के नेतृत्व में, बीईएल ने वित्त वर्ष 2022 में अब तक का सर्वोच्च 15,044 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9% की वृद्धि है। इसके कारण हितधारकों का विश्वास बढ़ा, जिसके परिणामस्वरूप सभी निर्माणी पीएसयू में बीईएल के शेयर मूल्य का उच्चतम पीई अनुपात 29 हुआ।

श्री बत्रा ने आंतरिक उपार्जन से कार्यशील पूंजी की आवश्यकता और नई पूंजी अवसंरचना निवेश की आवश्यकता का प्रबंधन किया और बीईएल को ऋण-मुक्त रखा। उन्होंने प्रचालन से अब तक की सर्वोच्च नकदी प्राप्ति हासिल करने के लिए देनदारों के प्रबंधन के लिए बुनियादी सुधार लाए। कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए उन्होंने बीईएल में क्रांतिकारी पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  सीएफओ के रूप में, श्री बत्रा का लक्ष्य टॉपलाइन में 15 से 17% की वृद्धि सुनिश्चित करना रहा। उन्होंने कई गैर-रक्षा क्षेत्रों में बीईएल के विविधीकरण का समर्थन किया और अवसंरचना, जनशक्ति और प्रौद्योगिकी में निवेश के लिए निधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की।

श्री बत्रा नियमित रूप से हितधारकों के साथ भी बातचीत करते हैं और उन्होंने कारोबार में परिवर्तन लाने के लिए टीमों, संरचना और रणनीतियों को विकसित किया। उन्होंने बाजार पूंजीकरण के आधार पर देश की शीर्ष 100 सूचीबद्ध कंपनियों में बीईएल को 79वें स्थान पर पहुँचाने में मदद की।