BEL

Categories
बीईएल सुर्खियों में

रक्षा मंत्री ने बीईएल के ए.आई.-सक्षम वॉइस एनालिसिस सॉफ्टवेयर (एआईवीएएस) का शुभारंभ किया बीईएल को ‘रक्षा निर्यात’ पुरस्कार मिला

बेंगलूरु/नई दिल्ली, 12 जुलाई, 2022– माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज़ादी का अमृत महोत्सव समारोह के उपलक्ष्य में दिनांक 11 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय (एमओडी) द्वारा आयोजित पहली एआई इन डिफेंस (AIDef) संगोष्ठी और प्रदर्शनी के दौरान नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के एआई-सक्षम वॉइस एनालिसिस सॉफ्टवेयर (एआईवीएस) सहित 75 नव विकसित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उत्पादों/समाधानों का शुभारंभ किया।    

श्रीमती आनंदी रामलिंगम, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक ने ‘रक्षा निर्यात रत्न’ पुरस्कार (सरकारी क्षेत्र वर्ग) प्राप्त किया, जिसे हाल के वर्षों (2021-22) में सर्वोच्च रक्षा निर्यात प्राप्त प्राप्त करने के लिए बीईएल को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार 2025 तक रु. 35,000 करोड़ का रक्षा निर्यात प्राप्त करने और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय के वीजन के अनुरूप स्थापित किया गया है।

प्रदर्शनी में बीईएल के सॉफ्टवेयर एसबीयू और केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-बेंगलूरु द्वारा विकसित एआईवीएएस माननीय रक्षा मंत्री को दिखाया गया। एआईवीएएस विभिन्न संचार चैनलों के माध्यम से अंतःखंडित ध्वनि संदेशों का विश्लेषण करने में खुफिया एजेंसियों की मदद करता है। उत्पाद की प्रमुख विशेषताओं में वॉइस एक्टिविटी डिटेक्शन, वक्ता की पहचान, भाषा की पहचान, की वर्ड स्पोटिंग, स्पीच कन्वर्शन, स्पीच एन्हांसमेंट, ऑडियो एडिटिंग, बोली पहचान और स्पीकर डायराइज़ेशन शामिल है।

एआईवीएएस को बाज़ार में प्रस्तुत करने के अलावा, बीईएल के सॉफ्टवेयर एसबीयू, केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-बेंगलूरु और केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-गाज़ियाबाद द्वारा विकसित उत्पाद / समाधान जिनका शुभारंभ / प्रदर्शन इस कार्यक्रम में किया गया उनमें एएनएएनटी (एडवर्सरी नेटवर्क एनालिसिस टूल), एफएनडी-एसएमए (सोशल मीडिया एनालिटिक्स के अंतर्गत फेक न्यूज डिटेक्टर), पीडीएम (प्रिडिक्टिव मेंटेनेंस), फॉरसेवा (फोरेंसिक सर्च एंड वीडियो एनालिसिस), जीआरएआईपीएस (पेरीमीटर सुरक्षा के लिए एआई का उपयोग करते हुए जेस्चर रिकॉग्नीशन), आरएडीओसी (रेडार ऑडियो डॉपलर-आधारित ऑब्जेक्ट क्लासिफिकेशन), सीटीएनओए (एआई का उपयोग करते हुए नौसेना की वस्तुओं का वर्गीकरण और ट्रैकिंग), यूवी-कैट (कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए अनधिकृत वाहन पकड़ना), डब्ल्यूएएनएआरए (एआई का उपयोग करके जंगली जानवरों की पहचान), बीसीआईडीएम (ब्लॉक चेन आधारित इंटर ऑर्गनाइजेशन आइडेंटिटी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म), एसएसपीआई (सैटेलाइट पैनक्रोमैटिक इमेज का सेगमेंटेशन), शत्रु विमान गतिविधि और योजना पहचान, समुद्री क्षेत्र के लिए एआई आधारित विसंगति की पहचान, प्लेटफॉर्म सेंसर ग्रिड – एआई आधारित सेंसर डेटा डैश बोर्ड समाधान, पीडीएम-डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल उपकरण का एआई-आधारित पूर्वानुमानित रखरखाव), एमआईसीई (मल्टीमीडिया सूचना और सामग्री निष्कर्षण), एआई सक्षम अनुकूली यातायात अनुकूलन समाधान (एआईएटीसीएस) और पीआरओसीए (एआई का उपयोग करते हुए ऑब्जेक्ट वर्गीकरण द्वारा निष्क्रिय रेंजिंग) शामिल हैं।

कार्यक्रम में लांच किए गए एआईवीएएस सहित दोहरे उपयोग वाले एप्लिकेशन और बाज़ार की अच्छी संभावना वाले कुछ एआई उत्पादों से रक्षा पीएसयू के लिए नए व्यावसायिक रास्ते खुलेंगे।

फोटो कैप्शन –

  1. बीईएल द्वारा विकसित एआई-सक्षम वॉइस एनालिसिसि सॉफ्टवेयर (एआईवीएएस) का लांच करते हुए माननीय रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह।
  2. माननीय रक्षा मंत्री से हाल के वर्षों (2021-22) में सर्वोच्च रक्षा निर्यात प्राप्त प्राप्त करने के लिए ‘रक्षा निर्यात रत्न’ पुरस्कार (सरकारी क्षेत्र वर्ग) प्राप्त करते हुए श्रीमती आनंदी रामलिंगम, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, बीईएल।
  3. माननीय रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह को बीईएल के अधिकारी एआईवीएएस पर प्रस्तुतीकरण देते हुए।
Categories
प्रेस विज्ञप्ति समाचार

रक्षा मंत्री ने बीईएल के ए.आई.-सक्षम वॉइस एनालिसिस सॉफ्टवेयर (एआईवीएएस) का शुभारंभ किया बीईएल को ‘रक्षा निर्यात’ पुरस्कार मिला

बेंगलूरु/नई दिल्ली, 12 जुलाई, 2022– माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज़ादी का अमृत महोत्सव समारोह के उपलक्ष्य में दिनांक 11 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय (एमओडी) द्वारा आयोजित पहली एआई इन डिफेंस (AIDef) संगोष्ठी और प्रदर्शनी के दौरान नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के एआई-सक्षम वॉइस एनालिसिस सॉफ्टवेयर (एआईवीएस) सहित 75 नव विकसित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उत्पादों/समाधानों का शुभारंभ किया।    

श्रीमती आनंदी रामलिंगम, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक ने ‘रक्षा निर्यात रत्न’ पुरस्कार (सरकारी क्षेत्र वर्ग) प्राप्त किया, जिसे हाल के वर्षों (2021-22) में सर्वोच्च रक्षा निर्यात प्राप्त प्राप्त करने के लिए बीईएल को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार 2025 तक रु. 35,000 करोड़ का रक्षा निर्यात प्राप्त करने और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय के वीजन के अनुरूप स्थापित किया गया है।

प्रदर्शनी में बीईएल के सॉफ्टवेयर एसबीयू और केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-बेंगलूरु द्वारा विकसित एआईवीएएस माननीय रक्षा मंत्री को दिखाया गया। एआईवीएएस विभिन्न संचार चैनलों के माध्यम से अंतःखंडित ध्वनि संदेशों का विश्लेषण करने में खुफिया एजेंसियों की मदद करता है। उत्पाद की प्रमुख विशेषताओं में वॉइस एक्टिविटी डिटेक्शन, वक्ता की पहचान, भाषा की पहचान, की वर्ड स्पोटिंग, स्पीच कन्वर्शन, स्पीच एन्हांसमेंट, ऑडियो एडिटिंग, बोली पहचान और स्पीकर डायराइज़ेशन शामिल है।

एआईवीएएस को बाज़ार में प्रस्तुत करने के अलावा, बीईएल के सॉफ्टवेयर एसबीयू, केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-बेंगलूरु और केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला-गाज़ियाबाद द्वारा विकसित उत्पाद / समाधान जिनका शुभारंभ / प्रदर्शन इस कार्यक्रम में किया गया उनमें एएनएएनटी (एडवर्सरी नेटवर्क एनालिसिस टूल), एफएनडी-एसएमए (सोशल मीडिया एनालिटिक्स के अंतर्गत फेक न्यूज डिटेक्टर), पीडीएम (प्रिडिक्टिव मेंटेनेंस), फॉरसेवा (फोरेंसिक सर्च एंड वीडियो एनालिसिस), जीआरएआईपीएस (पेरीमीटर सुरक्षा के लिए एआई का उपयोग करते हुए जेस्चर रिकॉग्नीशन), आरएडीओसी (रेडार ऑडियो डॉपलर-आधारित ऑब्जेक्ट क्लासिफिकेशन), सीटीएनओए (एआई का उपयोग करते हुए नौसेना की वस्तुओं का वर्गीकरण और ट्रैकिंग), यूवी-कैट (कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए अनधिकृत वाहन पकड़ना), डब्ल्यूएएनएआरए (एआई का उपयोग करके जंगली जानवरों की पहचान), बीसीआईडीएम (ब्लॉक चेन आधारित इंटर ऑर्गनाइजेशन आइडेंटिटी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म), एसएसपीआई (सैटेलाइट पैनक्रोमैटिक इमेज का सेगमेंटेशन), शत्रु विमान गतिविधि और योजना पहचान, समुद्री क्षेत्र के लिए एआई आधारित विसंगति की पहचान, प्लेटफॉर्म सेंसर ग्रिड – एआई आधारित सेंसर डेटा डैश बोर्ड समाधान, पीडीएम-डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल उपकरण का एआई-आधारित पूर्वानुमानित रखरखाव), एमआईसीई (मल्टीमीडिया सूचना और सामग्री निष्कर्षण), एआई सक्षम अनुकूली यातायात अनुकूलन समाधान (एआईएटीसीएस) और पीआरओसीए (एआई का उपयोग करते हुए ऑब्जेक्ट वर्गीकरण द्वारा निष्क्रिय रेंजिंग) शामिल हैं।

कार्यक्रम में लांच किए गए एआईवीएएस सहित दोहरे उपयोग वाले एप्लिकेशन और बाज़ार की अच्छी संभावना वाले कुछ एआई उत्पादों से रक्षा पीएसयू के लिए नए व्यावसायिक रास्ते खुलेंगे।

Categories
बीईएल सुर्खियों में

श्री दिनेश कुमार बत्रा, सीएमडी एवं निदेशक (वित्त) बीईएल ने ‘इन्नोवेटिव सीएफओ ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीता

बेंगलूरु / मुंबई29 सितंबर, 2022 नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और निदेशक (वित्त) एंड सीएफओ श्री दिनेश कुमार बत्रा को आज मुंबई में आयोजित “द बिज़नेस लीडरशिप अवार्ड” के दूसरे संस्करण में “इन्नोवेटिव सीएफओ अवार्ड” प्रदान किया गया। श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बॉलीवुड अभिनेत्री उदिता गोस्वामी से यह पुरस्कार प्राप्त किया।

श्री दिनेश कुमार बत्रा ने बीईएल में अभूतपूर्व परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  कंपनी में उनके सबसे उल्लेखनीय योगदान में शेयरधारकों की संपत्ति में वृद्धि, बीईएल को 80,000 करोड़ रुपये (सीएफओ के रूप में कार्यभार संभालने के समय 24,000 करोड़ रुपये से) के ऐतिहासिक बाजार पूंजीकरण के आंकड़े को पार करने वाला पहला रक्षा सार्वजनिक उपक्रम बनाना और अब तक के सर्वाधिक 450% लाभांश की घोषणा शामिल है। उन्होंने कंपनी की प्राधिकृत पूंजी को तीन गुना बढ़ाकर 750 करोड़ रुपये करने और 2:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने के लिए मंडल, प्रशासनिक मंत्रालय और शेयरधारकों की मंजूरी को सुकर बनाया।

वैश्विक महामारी, दुनिया भर में सेमीकंडक्टरों की कमी और कड़ी प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, श्री बत्रा के नेतृत्व में, बीईएल ने वित्त वर्ष 2022 में अब तक का सर्वोच्च 15,044 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9% की वृद्धि है। इसके कारण हितधारकों का विश्वास बढ़ा, जिसके परिणामस्वरूप सभी निर्माणी पीएसयू में बीईएल के शेयर मूल्य का उच्चतम पीई अनुपात 29 हुआ।

श्री बत्रा ने आंतरिक उपार्जन से कार्यशील पूंजी की आवश्यकता और नई पूंजी अवसंरचना निवेश की आवश्यकता का प्रबंधन किया और बीईएल को ऋण-मुक्त रखा। उन्होंने प्रचालन से अब तक की सर्वोच्च नकदी प्राप्ति हासिल करने के लिए देनदारों के प्रबंधन के लिए बुनियादी सुधार लाए। कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए उन्होंने बीईएल में क्रांतिकारी पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  सीएफओ के रूप में, श्री बत्रा का लक्ष्य टॉपलाइन में 15 से 17% की वृद्धि सुनिश्चित करना रहा। उन्होंने कई गैर-रक्षा क्षेत्रों में बीईएल के विविधीकरण का समर्थन किया और अवसंरचना, जनशक्ति और प्रौद्योगिकी में निवेश के लिए निधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की।

श्री बत्रा नियमित रूप से हितधारकों के साथ भी बातचीत करते हैं और उन्होंने कारोबार में परिवर्तन लाने के लिए टीमों, संरचना और रणनीतियों को विकसित किया। उन्होंने बाजार पूंजीकरण के आधार पर देश की शीर्ष 100 सूचीबद्ध कंपनियों में बीईएल को 79वें स्थान पर पहुँचाने में मदद की।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति

पहली तिमाही के परिणाम – बीईएल ने कुल कारोबार (वर्ष-दर-वर्ष) में 96%

नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान रु. 3063.58 करोड़ का कुल कारोबार हासिल किया जो पिछले वर्ष की संबंधित अवधि में रु. 1564.34 करोड़ था।

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान कर पूर्व लाभ (पीबीटी) रु. 578.10 करोड़ था जो पिछले वर्ष की संबंधित अवधि में रु. 15.17 करोड़ था।

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान कर पश्चात् लाभ (पीएटी) रु. 431.49 करोड़ था जो पिछले वर्ष की संबंधित अवधि में रु. 11.15 करोड़ था।

1 जुलाई, 2022 को कंपनी की आदेश बही रु. 55333 करोड़ की है।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति समाचार

ब्रेकिंग-बीईएल 20 आर्चर यूएवी का निर्माण करेगी

डीआरडीओ का रुस्तम यूएवी कार्यक्रम भारतीय सशस्त्र बलों को उन्नत यूएवी प्रौद्योगिकी से सुसज्जित करने का एक प्रयास है जो न केवल आईएसआर मिशन को पूरा कर सकता है बल्कि युद्ध मिशन भी ले सकता है। इस कार्यक्रम को दो अलग-अलग प्रोग्रामों या उत्पादों में विभाजित नहीं किया गया है जिसमें एलआरयू और ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन सहित प्लेटफार्मों के बीच बहुत सी समानता है। लाइन प्रतिस्थापन यूनिट (एलआरयू) मॉड्यूलर घटक हैं और आमतौर पर एक विमान की सील यूनिट होती हैं, जिन्हें बहुत ही विशेष उपकरणों का उपयोग किए बिना कम समय में बदलने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इसका मतलब है कि विमान जल्दी से सेवा में वापस आ सकता है, जबकि विफल एलआरयू का परीक्षण और मरम्मत की जा रही है। रुस्तम कार्यक्रम का पहला स्पिन-ऑफ तापास-बीएच 201 है और दूसरा आर्चर एसआरयूएवी है। एक ही ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन दोनों यूएवी का संचालन कर सकता है। तापा का विकास आईएसआर मिशनों के लिए किया जा रहा है लेकिन यह डिजाइन द्वारा लड़ाकू पेलोड का समर्थन करता है। सशस्त्र बलों में कुल 76 तापास ड्रोन शामिल किए जाएंगे-थल सेना, वायु सेना, 12 और नौसेना, चार। एचएएल की पहचान पहले 5 तापास के लिए विनिर्माण फर्म के रूप में की गई है जो अगले साल अप्रैल तक चरणबद्ध मानव के रूप में वितरित किए जाएंगे। पहले पांच तापास ड्रोनों के लिए उड़ान नियंत्रण प्रणाली, एवियोनिक्स और डेटा से जुड़ी प्रणाली तैयार है। जैसे ही एयरफ्रेम तैयार होता है, इन प्रणालियों को तुरंत असेंबल किया जा सकता है। तापास ने हाल ही में 27,500 फीट की उड़ान ऊंचाई और 18 घंटे की सहनशीलता का प्रदर्शन किया है। यूएवी ने दो महत्वपूर्ण तकनीकों को साबित किया है जो एटीओएल या स्वायत्त टेक ऑफ और लैंडिंग हैं और स्वदेशी गगन नेविगेशन उपग्रह के साथ यूएवी की उड़ान प्रणाली के एकीकरण हैं। आर्चर यूएवी यूएवी का एक मध्यम ऊंचाई दीर्घकालिक स्थायित्व (एमएएलई) वर्ग होने जा रहा है और यह एनएएल के लाइट कैनार्ड रिसर्च एयरक्राफ्ट (एलसीआरए) पर आधारित है। इसे भारतीय सेना के साथ सेवा में आईएआई हेरोन यूएवी को प्रतिस्थापित या पूरक करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि रुस्तम-I एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक था। आर्चर यूएवी उन्नत एवियोनिक्स आर्किटेक्चर के साथ रुस्तम-I की स्पिन ऑफ है। यह कम दूरी के हथियार यूएवी, हर्मेस 550 वर्ग यूएवी के समतुल्य होने जा रहा है। इसका उपयोग सटीक रणनीतिक टोही के लिए, उच्च मूल्य के लक्ष्यों और बंकरों सहित जमीनी लक्ष्यों को मारने, तोपखाने की फायरिंग का मार्गदर्शन करने और सीमा और संघर्ष क्षेत्रों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में गश्ती मिशन आयोजित करने के लिए किया जाएगा। यूएवी 4 स्वदेशी रूप से विकसित हेलिना एटीजीएम को फायर करने में सक्षम होगा जो 7-8 किलोमीटर दूर के जमीन के लक्ष्य को मार कर सकता है। यह लेजर निर्देशित रॉकेट भी फायर कर सकता है। डीआरडीओ के मैनपैड के लिए विकसित की जा रही हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के साथ तीरंदाज को एकीकृत करने की भी योजना है। तीरंदाज यूएवी विकास अपडेटः रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने टर्बोजेट इंजन द्वारा संचालित एक “मध्यम दूरी के मानवरहित वाहन (यूएवी)” का विकास शुरू किया है। पिछले वर्ष, नए यूएवी के विनिर्देशों को तब प्रकट किया गया था जब डीआरडीओ ने चार प्रोटोटाइप के लिए अभिरूचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) निविदा प्रकाशित की थी। इसके लिए 6 कंपनियों से बोली प्राप्त हुई है जिसमें शामिल हैं-अल्फा डिज़ाइन टेक्नोलॉजिज प्राइवेट लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, किनेको लिमिटेड, एचएएल, एल एंड टी मशीन वर्क्स लिमिटेड। डिफेंस रीच द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार, बीईएल आर्चर यूएवी के विनिर्माण असेंबली और एकीकरण के लिए एल1 बोली लगाने वाली साबित हुई है। पहला आर्चर यूएवी ठेका प्रदान किए जाने के एक साल के भीतर परीक्षण और उड़ान प्रमाणीकरण के लिए निर्धारित तीन अतिरिक्त प्रोटोटाइप के साथ उपलब्ध होगा। निविदा में 20 सीमित श्रृंखला उत्पादन यूनिटों के पहले निर्माण आदेश का अनुमान लगाया गया है। इस लॉट के पहले 4 आर्चर का उपयोग वायु-सतह मिसाइल के परीक्षण सहित विभिन्न परीक्षणों के लिए किया जाएगा। इन 20 यूनिटों की आपूर्ति भारतीय सेना और वायु सेना को की जाएगी और यदि सशस्त्र बल इस प्रदर्शन से संतुष्ट हैं तो फिर 100 और यूनिटों का आदेश दिया जाएगा। आर्चर की क्षमताः तीरंदाज का वजन लगभग 600 किलोग्राम, पेलोड 200 किलोग्राम और ईंधन क्षमता लगभग 150 किलोग्राम होगी। यूएवी की क्षमता 12 घंटे की होगी, इसकी सर्विस सीमा 22,000 फीट होगी और इसकी रेंज ऑटो टेक-ऑफ और लैंडिंग (एटीओएल) क्षमताओं के साथ 220 किलोमीटर होगी।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति समाचार

बीईएल ने रक्षा पहल, बेलारूस के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

बेंगलूरु: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने आज संयुक्त सचिव (डीआईपी) और भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में रक्षा पहल (डीआई), बेलारूस और रक्षा पहल एयरो प्राइवेट लिमिटेड, भारत (डीआई बेलारूस की सहायक कंपनी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलीकॉप्टरों के लिए एयरबोर्न डिफेंस सूट (एडीएस) की आपूर्ति के लिए तीन कंपनियों के बीच सहयोग करना है। बीईएल प्रमुख ठेकेदार होगी और ‘मेक इन इंडिया’ श्रेणी के तहत हेलीकॉप्टरों के लिए उन्नत ईडब्ल्यू की आपूर्ति के लिए डीआई (विनिर्माण और रखरखाव) के साथ डीआई (टीओटी) द्वारा समर्थित होगी।

इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एडीएस के लिए भारत और वैश्विक बाजारों के लिए विभिन्न कारोबारी अवसरों की तलाश करना भी है। यह साझेदारी श्री संजय जाजू, अपर सचिव, रक्षा उत्पादन विभाग और इंडो बेलारूसियन संयुक्त आयोग (आईबीजेसी) के दिशा-निर्देश में विकसित हुई है। बीईएल के बारे में-यह एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट समूह है जो सैन्य संचार, रडार, मिसाइल प्रणाली, नौसेना प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एंड एवियोनिक्स, सी4आई प्रणाली, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड गन/वेपन सिस्टम उन्नयन और रक्षा खंड में इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज के क्षेत्रों में उत्पाद और प्रणाली प्रस्तुत करता है। बीईएल के गैर-रक्षा कारोबार खंड में ईवीएम, होमलैंड सिक्योरिटी और स्मार्ट सिटी, सौर, उपग्रह एकीकरण और अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, साइबर सुरक्षा, एक सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद और समग्र आश्रय और मास्ट जैसे क्षेत्र शामिल हैं। रक्षा पहल के बारे में-रक्षा पहल की स्थापना बेलारूस गणराज्य और विदेशों दोनों में कंपनियों और उद्यमों की जरूरतों को पूरा करने के लिए नवोन्मेषी, उच्च प्रौद्योगिकी और प्रतिस्पर्धी तकनीकी समाधानों को विकसित और कार्यान्वित करने के उद्देश्य से की गई थी। डीआई विमान की सुरक्षा के लिए ईडबल्यू उपकरण के डिजाइन और निर्माण में शामिल है।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति

बीईएल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया

नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की यूनिटों और कार्यालयों में 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े पैमाने पर मनाया गया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने योग गुरुओं के नेतृत्व में सुबह योग सत्रों में बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम की झलकियां।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति

वित्त मंत्री ने बीईएल के मिनी स्मार्ट सिटी का उद्घाटन किया

बेंगलूरु, 9 जून, 2022 – केंद्रीय वित्तीय मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारामन ने बीईएल-बेंगलूरु कॉमप्लेक्स, जालहल्ली, बेंगलूरु में आज (9 जून, 2022) श्री दिनेश कुमार बत्रा, निदेशक (वित्त) एवं सीएफओ तथा श्री श्रीकांत वलगड़, भाप्रवे, मुख्त सतर्कता अधिकारी की उपस्थिति में बीईएल के मिनी स्मार्ट सिटी का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह परियोजना श्रीमती आनंदी रामलिंगम, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और श्री विनय कुमार कत्याल, निदेशक (बेंगलूरु कॉमप्लेक्स) के मार्गदर्शन में पूरी की गई। यह परियोजना वित्त मंत्रालय के समग्र अभियान के तहत लोक उद्यम स्थायी सभा (स्कोप) के सहयोग से लोक उद्यम विभाग (डीपीई) के समन्वय से मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पूरा की गई है।

बीईएल की गृहभूमि सुरक्षा और स्मार्ट सिटी एसबीयू ने साफ्टवेयर एसबीयू, अभियांत्रिकी सेवा और मानव संसाधन की टीमों के साथ मिलकर बीईएल के स्मार्ट कॉलोनी को संयुक्त रूप से साकार किया।

बीईएल के स्मार्ट कॉलोनी में सोलार शक्ति, जल पुनर्चक्रण, वर्षाजल संग्रहण, पैदल चलने वालों के लिए सुविधाजनक पथ, ऊर्जा दक्ष स्ट्रीट लाइटें और भरपूर हरियाली (जड़ी-बूटी उद्यान सहित) उपलब्ध है। कॉलोनी के निवासियों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बेस्ट निसा (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स स्मार्ट टाउनशिप- निवासी सेवा ऐप) नामक ऐप विशेष रूप से तैयार किया गया है। अभियांत्रिकी सेवा प्रभाग द्वारा निवासियों के लिए एक दूसरा ऐप, बेस्ट निस्पा (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स स्मार्ट टाउनशिप – निवासी समस्या परिहार ऐप) विकसित किया गया है। एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) जिसमें चौबीसों घंटे, हर दिन कार्मिक तैनात रहते हैं, जीआईएस ऐप द्वारा परिस्थितिजन्य जागरूकता के साथ यथार्थ-काल डेटा और विश्लेषण प्रदर्शित करने वाले डैशबोर्ड की निगरानी करता है।

बीईएल भारत सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत भारत भर में 17 स्मार्ट सिटी परियोजनाएं निष्पादित कर रही है।

बीईएल 9 से 12 जून, 2022 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर में आयोजित किए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी में और ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए रणनीतिक क्षेत्र में सीपीएसई की भूमिका’ पर चयनित पीएसई के सीईओ के गोलमेज सम्मेलन में भी भाग ले रही है।

बीईएल ने भारत भर में फैली अपनी 9 यूनिटों में 2,500 से अधिक पौधारोपण किया है।

Categories
बीईएल सुर्खियों में

वित्त मंत्री ने बीईएल के मिनी स्मार्ट सिटी का उद्घाटन किया

बेंगलूरु, 9 जून, 2022 – केंद्रीय वित्तीय मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारामन ने बीईएल-बेंगलूरु कॉमप्लेक्स, जालहल्ली, बेंगलूरु में आज (9 जून, 2022) श्री दिनेश कुमार बत्रा, निदेशक (वित्त) एवं सीएफओ तथा श्री श्रीकांत वलगड़, भाप्रवे, मुख्त सतर्कता अधिकारी की उपस्थिति में बीईएल के मिनी स्मार्ट सिटी का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह परियोजना श्रीमती आनंदी रामलिंगम, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक और श्री विनय कुमार कत्याल, निदेशक (बेंगलूरु कॉमप्लेक्स) के मार्गदर्शन में पूरी की गई। यह परियोजना वित्त मंत्रालय के समग्र अभियान के तहत लोक उद्यम स्थायी सभा (स्कोप) के सहयोग से लोक उद्यम विभाग (डीपीई) के समन्वय से मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पूरा की गई है।

बीईएल की गृहभूमि सुरक्षा और स्मार्ट सिटी एसबीयू ने साफ्टवेयर एसबीयू, अभियांत्रिकी सेवा और मानव संसाधन की टीमों के साथ मिलकर बीईएल के स्मार्ट कॉलोनी को संयुक्त रूप से साकार किया।

बीईएल के स्मार्ट कॉलोनी में सोलार शक्ति, जल पुनर्चक्रण, वर्षाजल संग्रहण, पैदल चलने वालों के लिए सुविधाजनक पथ, ऊर्जा दक्ष स्ट्रीट लाइटें और भरपूर हरियाली (जड़ी-बूटी उद्यान सहित) उपलब्ध है। कॉलोनी के निवासियों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बेस्ट निसा (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स स्मार्ट टाउनशिप- निवासी सेवा ऐप) नामक ऐप विशेष रूप से तैयार किया गया है। अभियांत्रिकी सेवा प्रभाग द्वारा निवासियों के लिए एक दूसरा ऐप, बेस्ट निस्पा (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स स्मार्ट टाउनशिप – निवासी समस्या परिहार ऐप) विकसित किया गया है। एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) जिसमें चौबीसों घंटे, हर दिन कार्मिक तैनात रहते हैं, जीआईएस ऐप द्वारा परिस्थितिजन्य जागरूकता के साथ यथार्थ-काल डेटा और विश्लेषण प्रदर्शित करने वाले डैशबोर्ड की निगरानी करता है।

बीईएल भारत सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत भारत भर में 17 स्मार्ट सिटी परियोजनाएं निष्पादित कर रही है।

बीईएल 9 से 12 जून, 2022 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर में आयोजित किए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी में और ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए रणनीतिक क्षेत्र में सीपीएसई की भूमिका’ पर चयनित पीएसई के सीईओ के गोलमेज सम्मेलन में भी भाग ले रही है।

बीईएल ने भारत भर में फैली अपनी 9 यूनिटों में 2,500 से अधिक पौधारोपण किया है।

Categories
प्रेस विज्ञप्ति

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – बीईएल ने कर्मचारियों के लिए ‘डेस्क योग’ कायाकल्प सत्र का आयोजन किया

बेंगलूरु, 19 मई, 2022 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का शुभारंभ आज सुबह बीईएल कार्पोरेट कार्यालय, बेंगलूरु में ‘डेस्क योग’ सत्र के साथ किया। आर्ट ऑफ लीविंग फाउंडेशन के योगाचार्य द्वारा संचालित योग सत्र से कार्पोरेट स्टाफ सदस्यों को श्वांस और मांसपेशियों के तनन का अच्छा अभ्यास करने का मौका मिला जिसे अपने कार्यस्थल में लघु योग विराम के दौरान उन्हें तनावमुक्त रहने में मदद मिलेगी।

इस सत्र के बाद 30 मई, 2022 को एक और योग सत्र का आयोजन किया जाएगा और मुख्य योग समारोह 21 जून, 2022 को आयोजित किया जाएगा।