बेंगलूरु, 9 मार्च, 2023– नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने रक्षा और गैर–रक्षा अनुप्रयोगों के लिए उभरती प्रौद्योगिकी और तकनीकी समाधान के विकास के लिए आर एंड डी में सहयोग हेतु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्नाटक (एनआईटीके सुरत्कल) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
एमओयू का उद्देश्य सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल को ध्यान में रखते हुए उत्पादों और समाधानों के स्वदेशीकरण की सुविधा प्रदान करते हुए बीईएल और एनआईटीके सुरत्कल की पूरक शक्तियों और क्षमताओं का लाभ उठाना है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्नाटक सुरत्कल के बारे में
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्नाटक, सुरत्कल, जिसे पहले कर्नाटक क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में जाना जाता था, एक सार्वजनिक तकनीकी विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। एनआईटीके सुरत्कल इंजीनियरिंग विषयों, बुनियादी विज्ञान और प्रबंधन में अनुसंधान और विकास में अपनी ताकत के लिए पहचाना जाता है। संस्थान अनुसंधान पर बहुत जोर देता है और भारत और विदेशों में अग्रणी उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग करता है। इसे भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में स्थान दिया गया है और यह अपनी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है।
बीईएल के बारे में
नवरत्न पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की स्थापना रक्षा इलेक्ट्रॉनिकी में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दूरदृष्टि के साथ रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन वर्ष 1954 में की गई। आज, बीईएल एक बहु-उत्पाद, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-यूनिट वाली विशाल कंपनी है जो रक्षा क्षेत्र में रेडार, मिसाइल प्रणाली, सैन्य संचार, नौसैनिक प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्धपद्धति व वैमानिकी, सी4आई प्रणाली, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी और गन / शस्त्र प्रणाली के अपग्रेड और इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ सहित विभिन्न क्षेत्रों में अत्याधुनिक उत्पादों और प्रणालियों की डिज़ाइन, निर्माण और आपूर्ति करती है।
बीईएल के गैर-रक्षा कारोबार खंड में कंपोसिट शेल्टर और मास्ट के अलावा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, गृह भूमि सुरक्षा और स्मार्ट सिटी, उपग्रह एकीकरण और स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स, रेलवे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर सुरक्षा, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर, ऊर्जा भंडारण उत्पाद शामिल हैं। बीईएल अपनी वैश्विक मौजूदगी को तेजी से बढ़ा रही है और दुनिया भर में निर्यात पर ज़ोर देने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है। भारतीय महासागर और मित्र देशों सहित, दुनिया भर में नए बाज़ार के अवसरों का लाभ लेने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
अपनी आर एंड डी स्थापना को बढ़ाने के अतिरिक्त, कंपनी द्वारा सहयोगात्मक आर एंड डी में किए जा रहे प्रयास हों, भारतीय निजी उद्योगों और एमएसएमई को कार्य बाह्यस्रोत करने के इसके हाल के प्रयास हों या टर्नकी परियोजनाएं निष्पादित करने के लिए सार्वजनिक-निजी साझेदारियां करने के इसके पथ-प्रदर्शक निर्णय हो, बीईएल यह सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास कर रही है कि वह स्वदेशीकरण और आत्म-निर्भरता के सरकार के अधिक व्यापक लक्ष्य के अनुरूप कार्य करे।